पुणे/कोल्हापुर. महायुति के सहयोगी एनसीपी और उनकी पार्टी के सदस्य अशोक चव्हाण और पंकजा मुंडे के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे के विरोध के बावजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र की रैली में ‘हम कटे क्योंकि हम बंटे’ हैं. एनसीपी नेता अजीत पवार के गृह जिले पुणे के भोसरी में प्रचार करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर साल 1947 में देश का विभाजन नहीं हुआ होता, तो अविभाजित भारत में ‘मुस्लिम मुद्दे’ को उसी तरह से निपटाया जाता जैसे अब किया जा रहा है.
महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में योगी आदित्यनाथ ने पुणे, कोल्हापुर और कराड में रैलियां कीं. उन्होंने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे का जोरदार समर्थन किया, लेकिन अजीत पवार ने इसका विरोध किया है. योगी ने कहा कि हिंदू एकजुट नहीं होने के कारण पीड़ित हुए हैं. विभाजन के दौरान कई हिंदुओं की मौत हुई. कांग्रेस हमारे देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार थी, लेकिन अगर हमने तब एकता दिखाई होती, तो विभाजन नहीं होता.
विशालगढ़ किले पर क्या बोले योगी?
कांग्रेस की आलोचना करते हुए योगी ने कहा कि अगर पार्टी सरकार में रहने के लिए इतनी बेताब नहीं होती, तो विभाजन नहीं होता. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस ने क्षेत्र, भाषा और जाति के आधार पर विभाजन जारी रखा. इससे पहले,कोल्हापुर में बोलते हुए कहा कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विशालगढ़ किला छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ा हुआ है. यह दुखद है कि किले पर अतिक्रमण किया गया है, लेकिन मुझे यह जानकर झटका लगा कि जब अधिकारियों ने क्षेत्र को साफ करने की कोशिश की, तो अतिक्रमणकारियों ने पत्थर फेंके. किला कोल्हापुर जिले में है.
MVA के बारे में क्या बोले योगी?
उन्होंने महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को ‘महा अनाड़ी अघाड़ी’ कहा, जिसमें ईमानदारी, दृष्टि और निर्णय लेने की क्षमता की कमी है. कांग्रेस, उद्धव ठाकरे और शरद पवार ‘नूरा कुश्ती’ में लिप्त हैं. वे एक-दूसरे को मात देने की कोशिश कर रहे हैं और उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. वे पहले एक-दूसरे को धोखा देंगे, फिर हिंदू समुदाय को और फिर पूरे देश को. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए, योगी ने कहा ने कहा कि अगर बालासाहेब ठाकरे आज जीवित होते, तो क्या वे कांग्रेस के साथ जाते?
सचिन पायलट ने योगी के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर किया हमला
कांग्रेस के सचिन पायलट ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे की आलोचना की और कहा कि राज्य में विकास परियोजनाओं के बारे में बात करने के बजाय, एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति भड़काऊ बयान दे रहे हैं. ‘पढ़ोगे तो बढ़ोगे (आप पढ़ाई करेंगे तो प्रगति करेंगे) नारा होना चाहिए था, न कि ‘बटेंगे तो कटेंगे’.
Tags: Maharashtra Elections, Maharashtra Politics
FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 16:37 IST