नागौर. राजस्थान में आने वाले दो वर्षों में 9 एक्सप्रेस-वे बनाए जाने की योजना है, जिनकी रूपरेखा तैयार हो चुकी है. इनमें से एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट “जयपुर-फलौदी थार एक्सप्रेस-वे” है. यह जयपुर, कालवाड, जोबनेर, नावां, कुचामन, डीडवाना और नागौर से होकर गुजरेगा. हाल ही में सरकार ने राजस्थान को कई बड़ी योजनाओं की सौगात दी थी, जिनमें से इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण भी शामिल है.
नागौर और डीडवाना से गुजरेगा 66% थार एक्सप्रेस-वे
जयपुर-फलौदी थार एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 345 किमी होगी और इस पर लगभग 11,112 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके लिए 2,994 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. इस एक्सप्रेस-वे का 66% हिस्सा नागौर और डीडवाना जिलों से होकर गुजरेगा, जिसमें लगभग 230 किमी इन क्षेत्रों में बनाया जाएगा. नागौर में भूमि अधिग्रहण और निर्माण के लिए 7,500 करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है.
तेज गति से यात्रा
इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगे, जिससे नागौर से जयपुर की यात्रा मात्र ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी. इसे शहरों से दूर रखा जाएगा ताकि घुमाव कम से कम हों, और इस पर प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग तैयार किए जाएंगे.
परियोजना मार्च 2028 तक पूरी होने की उम्मीद
सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2028 तक सभी एक्सप्रेस-वे तैयार हो जाएं. थार एक्सप्रेस-वे जयपुर की उत्तरी रिंग रोड से शुरू होकर फलौदी में एनएच-11 से जुड़ेगा. वर्तमान में जयपुर से फलौदी की दूरी 410 किमी है, जिसे एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद 65 किमी कम किया जाएगा, जिससे यात्रा का समय 7 घंटे से घटकर 3.30 घंटे रह जाएगा.
स्थानीय क्षेत्र को होगा लाभ
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से नागौर, डीडवाना और कुचामन क्षेत्र में औद्योगिक विकास की उम्मीद है, विशेषकर खनिज और अन्य संसाधनों जैसे जिप्सम, संगमरमर, और सीमेंट प्लांट्स में निवेश बढ़ेगा. इसके साथ ही, लोग कम समय में एक शहर से दूसरे शहर पहुंच सकेंगे, जिससे राजधानी जयपुर या फलौदी की यात्रा और भी सुविधाजनक हो जाएगी.
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FIRST PUBLISHED :
October 4, 2024, 12:55 IST