Last Updated:January 30, 2025, 19:53 IST
Work from Home Bad for Young: यंगर जेनरेशन के लिए वर्क फ्रॉम ठीक नहीं है. इससे सेहत का बैंड बज जाता है. यह बात एक अध्ययन में कही गई है.
Work From Home Bad for Young: कोरोना के बाद कंप्यूटर से संबंधित काम वाले अधिकांश कॉरपोरेट कंपनियों में वर्क फ्रॉम होम कर दिया गया था. इसके बाद ज्यादातर कंपनियां अब भी हाइब्रिड मोड में अपने इंप्लॉय से काम चला रही है. अधिकांश लोग इससे खुश भी हैं लेकिन एक अध्ययन में कहा गया है कि वर्क फ्रॉम होम पहली नौकरी करने वाले युवाओं के लिए ठीक नहीं है. इससे यंग जेनरेशन में सेहत का बैंड बज जाता है. अध्ययन में कहा गया है कि पहली बार अगर किसी युवा को नौकरी मिलती है और ऑफिस में काम करते हैं तो उनका मन खुश रहता है और इस कारण वह औसतन 28 मिनट ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं लेकिन अगर वर्क फ्रॉम होम होता है तो उनकी एक्सरसाइज का समय 32 मिनट घट जाता है.
3 हजार लोगों पर अध्ययन
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ताओं ने नए-नए इंप्लॉय में हेल्थ की पड़ताल के लिए एक अध्ययन किया. इसमें 16 से 30 वर्ष की उम्र के युवाओं को शामिल किया गया. इन लोगों को एक घरेलू सर्वेक्षण में शामिल किया गया. इन लोगों से हर साल अपनी रोजगार स्थिति और एक सामान्य सप्ताह में शारीरिक गतिविधियों के बारे में पूछा गया. यह भी पूछा गया कि आप शारीरिक गतिविधियों में साइकिल चलाते हैं या भारी वजन उठाने वाला व्ययाम करते हैं या कोई और कठिन एक्सरसाइज करते हैं. शोधकर्ताओं ने वर्क फ्रॉम होम में काम करने वाले 128 युवाओं की तुलना 3,000 से अधिक लोगों से की गई जो ऑफिस या अन्य कार्यस्थल पर जाते थे.
वर्क फ्रॉम होम में समय को संतुलित नहीं कर पाते
अध्ययन में पाया गया कि जो लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे वे सामान्य दिनों की तुलना में वे 32 मिनट कम एक्सरसाइज करते थे. इंटरनेशनल जर्नव विहेवियर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अन्य दिनों में ये युवा कहीं ज्यादा हार्ड एक्सरसाइज भी कर लेते थे और मॉडरेट एक्सरसाइज भी करते थे लेकिन वर्क फ्रॉम होम के कारण अब ये अपनी हेल्थ पर कम ध्यान देने लगे हैं. अध्ययन में पाया गया जो युवा कंप्यूटर से हटकर काम करते हैं आमतौर पर वे शारीरिक गतिविधियां ज्यादा करते हैं. जैसे कि बस ड्राइवर, सैलून में काम करने वाले, क्लीनर, वेटर, टेक्निकल जॉब करने वाले, ये सब अपनी हेल्थ के प्रति ज्यादा सतर्क रहते हैं और ज्यादा एक्सरसाइज पर ध्यान देते हैं. वहीं जो मैनेजेरियल पोस्ट पर नई-नई नौकरी में लगे हैं उनके रूटीन में भी मामूली परिवर्तन देखा गया. यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के डॉ. एलियेनोर विनपेनी ने बताया कि यदि आपको पूरे जीवन हेल्दी और फिट रहना है तो आपको हरदम एक्टिव रहना होगा. जो लोग घर में काम करते हैं उनकी प्रवृति होती है कि वे सोचते हैं कि काम के बाद शाम में वॉक कर लेंगे या काम से पहले कर लेंगे. इस चक्कर में वे समय को मैनेज नहीं कर पाते जबकि ऑफिस में वे लंच ब्रेक के दौरान रेगुलर वॉक करने जाते हैं.
First Published :
January 30, 2025, 19:53 IST