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फरीदाबाद की बुजुर्ग महिलाएं, लोकतंत्र में बदलाव और भागीदारी की मिसाल हैं।
फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद के सेक्टर 2 की साईं ज्योति सोसायटी में रहने वाली बुजुर्ग महिलाएं पिछले कई दशकों से अपने मताधिकार का प्रयोग करती आ रही हैं. इनमें से कई महिलाओं का मानना है कि हर 10 साल में सरकार बदलना जरूरी है ताकि लोकतंत्र में हर पार्टी को मौका मिल सके. इन महिलाओं के विचार, अनुभव और राजनीति के प्रति समर्पण लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने का कार्य कर रहे हैं.
राजबाला की राय
राजबाला, जो 69 साल की हैं, पिछले 50 साल से वोट देने के अपने अनुभव के बारे में बताती हैं, “मैं हर चुनाव में वोट देती आई हूं. मैं फरीदाबाद में ही रहती हूं, और इस बार हम शारदा राठौर को वोट देंगे. मुझे विश्वास है कि शारदा राठौर अच्छा काम करेंगी. हालांकि पिछली सरकार भी अच्छी थी, मूलचंद शर्मा ने भी काफी अच्छा काम किया. राजबाला ने अपने विचार स्पष्ट करते हुए कहा, “जो सरकार एक बार आती है, वह अच्छी रहती है, लेकिन धीरे-धीरे सभी को मौका मिलना चाहिए. एक ही सरकार नहीं रहनी चाहिए, बदलाव जरूरी है ताकि सभी अपनी योग्यता साबित कर सकें.”
वीना देवी की सोच: बदलाव की आवश्यकता
साईं ज्योति सोसायटी की ही 60 वर्षीय वीना देवी भी 40 सालों से वोट देने के अपने अनुभव को साझा करती हैं. “मैं इस सोसायटी में ही रहती हूं, और इस बार भी मैं वोट शारदा राठौर को ही दूंगी. पिछली सरकार ने भी अच्छा काम किया है, मूलचंद शर्मा ने भी हमारी जरूरतों को पूरा किया, लेकिन इस बार हमारा मन बदल गया है, और हम निर्दलीय उम्मीदवार शारदा राठौर को समर्थन देंगे.”
उन्होंने आगे बताया, “इससे पहले भी हम शारदा राठौर को वोट देते थे, और उनके काम से संतुष्ट थे. मुझे लगता है कि चुनाव में बदलाव बहुत जरूरी है ताकि हर उम्मीदवार को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिल सके.”
इन महिलाओं के अनुभव से साफ है कि उन्हें लोकतंत्र की गहरी समझ है और वे हर चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग एक जिम्मेदार नागरिक की तरह करती हैं. उनकी सोच यह दर्शाती है कि सरकार का बदलना विकास की नई संभावनाओं और लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए आवश्यक है.
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FIRST PUBLISHED :
October 4, 2024, 14:36 IST