मथुरा. किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. कभी सोचा है कि अगर किसी की दोनों किडनी 90% तक फेल हो जाए तो वह कब तक जिंदा रह सकता है? अगर देखा जाए तो 1, 2 या 3 साल. मगर मथुरा वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज जी की दोनों किडनियां लगभग 19 सालों से खराब है. इसके बावजूद संत हर रोज सुबह वृंदावन की परिक्रमा करते हैं और राधा रानी की भक्ति में लीन रहते हैं. कई लोगों के मन में यह सवाल कि दोनों किडनियांं फेल होने के बाद भी संत कैसे जीवित हैं. विज्ञान तक के पास इसका जवाब नहीं है.
प्रेमानंद महाराज ने खुद अपनी कई वीडियो में बताया कि वह कैसे जिंदा हैं उन्होंने कहा कि 17 वर्ष पहले दिल्ली के अस्पताल में एक डॉक्टर ने कहा था कि बाबा आपकी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं, ढाई वर्ष से लेकर 5 वर्ष तक ही आपका जीवन है इसके बाद आप मर जाओगे. जिसके बाद प्रेमानंद महाराज ने बताया कि भगवान पर भरोसा है इसलिए आज जीवित हूं. राधारानी मेरे साथ है और उनका आशीर्वाद है इसलिए आज भी आप सब के बीच हूं और उनके नाम का जप कर रहा हूं.
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बताते चलें कि प्रेमानंद महाराज जी कि दोनों किडनी को खराब हुए 19 साल से ज्यादा समय हो चुका है फिर भी वह जिंदा है, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है. जिसकी दोनों किडनियां फेल हो जाए वह अस्पताल के बेड पर नजर आएगा. मगर प्रेमानंद महाराज हर रोज सुबह 2 बजे परिक्रमा करते हैं, साथ ही 4 बजे से वह सतसंग करने लगते हैं. उनका चेहरे का तेज देख कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि महाराज जी इतनी बड़ी बीमारी के शिकार हैं.
किडनी की किस डिसीज से पीड़ित हैं प्रेमानंद महाराज?
जानकारी के मुताबिक, प्रेमानंद महाराज ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से पीड़ित हैं. एक्सपर्टस की मानें तो यह बीमारी माता-पिता से बच्चों में आती है, जिसमें किडनी का आकार बड़ा हो जाता है और किडनी में पानी जमा हो जाता है. जिसके बाद धीरे-धीरे गांठे बन जाती हैं और फिर किडनी काम करना बंद कर देती है. प्रेमानंद महाराज जी को इतनी खतरनाक बीमारी है उसके बाद भी वह जिंदा है यह सब देख विज्ञान भी हैरान है. प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि हमारी दोनों किडनी खराब है लेकिन मेरे साथ मेरे ठाकुर जी है हमें कोई चिंता नहीं हम उन्हीं की वजह से जिंदा है और बैठे है.
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FIRST PUBLISHED :
October 4, 2024, 16:55 IST