फ्री दवाई बांटने में बिहार टॉप, जानिए पटना के अस्पतालों की जमीनी हकीकत

2 hours ago 2

X

दवाईयों

दवाईयों के लिए कतार में लगे लोग 

रिपोर्ट- सच्चिदानंद

पटना: बिहार देश के सरकारी अस्पतालों में निशुल्क दवा वितरण में अव्वल स्थान पर पहुंच गया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बिहार ने 77.22% अंकों के साथ यह मुकाम हासिल किया है, जबकि राजस्थान 76.91% और तेलंगाना 69.14% अंकों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. इस उपलब्धि के बीच, लोकल 18 की टीम ने राजधानी पटना के गर्दनीबाग अस्पताल पहुंचकर कर जमीनी हकीकत को समझने की कोशिश की. जब टीम अस्पताल पहुंची तो ओपीडी में इलाज करवा रहे मरीज दवा वितरण काउंटर पर कतार में खड़े नजर आए. अधिकतर मरीजों ने बताया कि उन्हें बेसिक सभी दवाइयां मुफ्त में मिल रही हैं, लेकिन गंभीर बीमारियों के लिए आवश्यक दवाइयों की कमी है.

अपने बेटे का इलाज कराने आए पंकज कुमार प्रसाद ने बताया, “मेरा बेटा एक महीने पहले हुआ था. उस समय ज्यादातर दवाइयां फ्री में मिल गई थीं, लेकिन कुछ दवाइयां बाहर से खरीदनी पड़ीं.” वहीं, एक अन्य महिला मरीज ने कहा, “सभी दवाइयां मुफ्त में मिली हैं और कोई चार्ज नहीं लिया गया. इससे गरीब लोगों को बड़ी राहत मिली है.”

बुखार और गैस की समस्या से जूझ रहे नरेश कुमार ने भी बताया, “डॉक्टर ने जो दवाइयां लिखी थीं, वे सारी मिल गईं. दवाइयां अच्छी क्वालिटी की हैं और जल्दी असर करती हैं. हालांकि, जांच के लिए बाहर जाने को कहा गया है.” अनीसाबाद की रहने वाली विजयलक्ष्मी ने भी दवाइयां मिलने की पुष्टि की लेकिन एक दवाई बाहर से खरीदने की बात कही. हालांकि, एक युवती ने बताया कि यहां सिर्फ सामान्य बीमारियों की ही दवाइयां उपलब्ध हैं. “गंभीर बीमारियों की दवाइयां यहां नहीं मिलतीं, उनके लिए बाहर जाना पड़ता है.”

अस्पताल उपाधीक्षक ने दी ये जानकारी
गर्दनीबाग अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ. सीमा सिंह ने बताया कि अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार, मधुमेह, और बीपी जैसी सामान्य बीमारियों के लिए 147 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं. “रोज़मर्रा की जरूरत की अधिकतर दवाइयां यहां मिलती हैं, लेकिन कुछ ऐसी दवाइयां भी हैं जिनका उपयोग कम होता है. गंभीर बीमारियों का इलाज यहां नहीं होता, इसलिए वैसी दवाइयां उपलब्ध नही हैं.”

उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल की सीमाओं को ध्यान में रखते हुए ही दवाइयों का वितरण किया जाता है और ओपीडी या इमरजेंसी में हर समय मुफ्त दवाइयां दी जाती हैं. क्रिटिकल मामलों में मरीजों को अन्य बड़े अस्पतालों का रुख करना पड़ता है.

गर्दनीबाग अस्पताल के रियलिटी चेक से यह स्पष्ट होता है कि यहां सामान्य बीमारियों की सभी जरूरी दवाइयां मुफ्त में मिलती हैं, जिससे गरीब तबके के लोगों को काफी राहत मिल रही है. हालांकि, गंभीर बीमारियों की दवाइयां उपलब्ध न होने के कारण मरीजों को बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती हैं या जांच करानी पड़ती है. सरकार की निशुल्क दवा वितरण योजना का लाभ तो लोगों को मिल रहा है, लेकिन इसकी पूर्ण सफलता के लिए गंभीर बीमारियों की दवाइयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जानी चाहिए.

Tags: Ground Report, Local18

FIRST PUBLISHED :

October 4, 2024, 16:34 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article