मंडी. सभी जानते है कि संसार में ब्रह्मा जी का इकलौता मंदिर पुष्कर में है लेकिन आपको यह जानकार हैरानी होगी कि पुष्कर के अलावा छोटी काशी मंडी में भी एक ऐसा देव स्थान है जहां ब्रह्मा जी का एक बेहद खूबसूरत मंदिर है जो पूरा लकड़ी से बना हुआ है. यहां ब्रह्मा जी का देव रथ भी मौजूद है. लोकल 18 की टीम आपको इसी विषय पर आज जानकारी देने जा रही है जिसमें आप जानेंगे मंडी में स्थित आदि ब्रह्मा मंदिर की कहानी…
मंदिर का इतिहास
यह मंदिर पुष्कर के अलावा हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला ने टिहरी नामक स्थान पर मौजूद है जो काफी पुराना भी है और पूरा लकड़ी से बना बेहद खूबसूरत मंदिर है. इतिहास के मुताबिक साल में एक बार शिवरात्रि महोत्सव के दौरान देव कुंभ में यह आदि ब्रह्मा जी का देव रथ मंडी पहुंचता है और मंडी वासियों को कार (सुरक्षा कवच) बांधता है जिससे मंडी के लोग व्याधियों, महामारीयों से बचाव होता है.
25 किलोमीटर पैदल यात्रा कर आते हैं मंडी शहर
मंडी शहर में रहने वाले स्थानीय निवासी आकाश शर्मा जो इतिहासकार भी हैं, उनके मुताबिक यह देवता अपने कारकुनों (लोगों ) और लॉ लश्कर के साथ 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर मंडी आते हैं. माना यह जाता है की यह देवता ब्रह्मा के रूप हैं और छोटी काशी मंडी की सुरक्षा का जिम्मा इन्हें प्राप्त है. जब यह 7 दिवसीय महोत्सव खत्म होता है तो अपने मंदिर वापस जाने से पहले यह आटे और चावल से पूरे मंडी को महामारियों से सुरक्षित करते हैं और इसके साथ ही यह राज परिवार के अहम देवी देवताओं में एक है.
अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में आते हैं 400 देवी-देवता
जब लोकल 18 की टीम ने आकाश शर्मा से और जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने बताया कि मंडी जिला में करीब 400 देवी-देवता अलग-अलग हिस्सों में मौजूद हैं जो मंडी की अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में शामिल होने मंडी पहुंचते हैं और इनमें कई शिव रूप और विष्णु रूप हैं लेकिन आदि ब्रह्मा जी का यह देव रथ इकलौता रथ है और मंडी वाले बड़े ही प्रेम भाव से इनका आशीर्वाद लेते हैं.
Edited By- Anand Pandey
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 23:56 IST