दीपेंद्र कुमावत/ नागौर: राजस्थान के नागौर जिले का मकराना, जिसे ‘संगमरमर सिटी’ कहा जाता है, अपने सफेद संगमरमर के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है. यहां की सैकड़ों खानें मार्बल पत्थर का उत्पादन करती हैं, जिसका उपयोग भारत के कई प्रसिद्ध मंदिरों में हो चुका है. अयोध्या के श्रीराम मंदिर के निर्माण में भी मकराना के सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है. अब जम्मू स्थित मां वैष्णो देवी के मंदिर को भी मकराना का संगमरमर चार चांद लगाएगा.
10,000 वर्ग फीट संगमरमर से सजेगा मंदिर परिसर
श्राइन बोर्ड (तीर्थस्थल प्रशासन और संचालन संस्था) की अनुमति के बाद जल्द ही कटरा के मां वैष्णो देवी मंदिर में मकराना के संगमरमर का उपयोग किया जाएगा. मंदिर परिसर में करीब 10,000 वर्ग फीट सफेद संगमरमर लगाया जाएगा, जिससे मंदिर की सुंदरता और बढ़ जाएगी. श्राइन बोर्ड के अनुसार, मंदिर का दरबार इस संगमरमर के बाद एक स्वर्गीय सफेदी में निखर उठेगा.
इस साल होगा काम पूरा
श्राइन बोर्ड ने जानकारी दी कि मां वैष्णो देवी मंदिर में संगमरमर लगाने का काम इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए सभी स्वीकृतियां पहले ही मिल चुकी हैं. आपको बता दें कि जम्मू के कटरा में स्थित यह मंदिर 5200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और इसकी चढ़ाई 12 किमी लंबी है.
मकराना के सफेद मार्बल की गुणवत्ता
मकराना का संगमरमर अपने ज्योग्राफिकल इंडिकेशन (जीआई) टैग और ग्लोबल हेरिटेज स्टेटस के कारण दुनिया में सबसे प्रसिद्ध है. मां वैष्णो देवी मंदिर के लिए मकराना के राना मार्बल फर्म को ऑर्डर मिला है, जहां एक-एक पत्थर का चयन उच्चतम गुणवत्ता के आधार पर किया जा रहा है. हुकमाराम चौधरी, जो कि मंदिर के लिए संगमरमर चुन रहे हैं, बताते हैं कि मकराना का संगमरमर अपनी गुणवत्ता और सफेदी के कारण दुनिया में सबसे बेहतरीन माना जाता है.
अनुभवी कारीगरों की मेहनत
मंदिर में इस्तेमाल होने वाले हर पत्थर को अनुभवी कारीगरों द्वारा खास तरीके से काटा और तैयार किया जा रहा है. मंदिर की भव्यता और शुद्धता बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है ताकि यह सफेद संगमरमर मंदिर को और भी पवित्र और आकर्षक बना सके.
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FIRST PUBLISHED :
October 11, 2024, 20:49 IST