Last Updated:January 31, 2025, 15:56 IST
Mamta Kulkarni News: किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने न केवल ममता कुलकर्णी, बल्कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी उनके पद से हटा दिया है. इसका एलान करते हुए अजय दास ऐसा कुछ बोल गए, जिससे नया विवाद खड़ा...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- ममता पर देशद्रोह का आरोप है.
- लक्ष्मी त्रिपाठी को भी पद से मुक्त किया गया.
प्रयागराज: बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की पदवी दिए जाने के बाद किन्नर अखाड़े में विवाद बढ़ता चला गया. आखिरकार अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटाने का फैसला लिया और शुक्रवार को इसका ऐलान कर दिया. उनके अनुसार, अब ममता कुलकर्णी के पास अब यह पदवी नहीं है. इतना ही नहीं, उन्हें यह पद देने वाली आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े से दूर कर दिया गया. इन सबके बीच, किन्नर अखाड़ा के संस्थापक ऋषि अजय दास कुछ ऐसा बोल गए, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है.
ममता कुलकर्णी की वजह से…
ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी को हटाने का ऐलान करते हुए कहा कि ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने की वजह से लक्ष्मी त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर के पद से मुक्त कर दिया है. वह इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि ममता कुलकर्णी, एक सेलिब्रिटी जो कल तक ठुमके लगाती थी उसे भगवा कपड़ा पहनाकर महामंडलेश्वर कैसे बना दिया?
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी रास्ते से भटक गईं
उन्होंने कहा कि मैं उज्जैन कुंभ 2015-16 में किन्नर अखाड़े के नियुक्त आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर किन्नर अखाड़ा के पद से मुक्त करता हूं. जिस धर्म प्रचार-प्रसार व धार्मिक कर्मकांड के साथ ही किन्नर समाज के उत्थान आदि की जरूरत के लिए उन्हें यह पद दिया गया, वह इससे भटक गई हैं. मेरे नाम से जमीन अलॉट हुई, लेकिन धार्मिक गतिविधियों से अलग सिर्फ कुंभ पर केंद्रित रहे.
कुलकर्णी पर देशद्रोह का आरोप
किन्नर अखाड़ा के संस्थापक ने आगे कहा कि ममता कुलकर्णी पर देशद्रोह का आरोप है और अचानक रातों-रात उसे महामंडलेश्वर बना दिया जाता है. ऐसी क्या जरूरत पड़ी जो उसे महामंडलेश्वर बनायागया. ये धर्मसंगत भी नहीं है और न्याय संगत भी नहीं है.
महामंडलेश्वर का पद कोई रेवड़ी बांटने वाला नहीं
उन्होंने कहा कि लक्ष्मी त्रिपाठी को हटाने के छोटे-मोटे कारण बहुत सारे थे, लेकिन बड़ा कारण ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाना है. ममता संविधान और धर्म के विरुद्ध रही हैं. महामंडलेश्वर का पद कोई रेवड़ी बांटने वाला नहीं है. हजारों लाखों साधु कुंभ में आए हुए हैं. हर व्यक्ति जो तपस्या करके बैठा हुआ है, वह चाहता है कि महामंडलेश्वर बने, लेकिन इसके लिए जटिल और कठिन प्रक्रिया है. महामंडलेश्वर बनना तो दूर की बात है महंत बनना भी कठिन होता है.
भगवा कपड़ा पहनकर उसे महामंडलेश्वर…
उन्होंने आगे कहा कि एक सेलिब्रिटी जो कल तक ठुमके लगाती थी और भगवा कपड़ा पहनकर उसे महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है. मेरा जो क्षेत्र था और मेरा अधिकार क्षेत्र का मैंने पालन किया है और लक्ष्मी त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर के पद से मुक्त कर दिया है.
Location :
Allahabad,Uttar Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 15:56 IST
ममता कुलकर्णी, जो कल तक ठुमके लगाती थी वो आज... ये क्या बोल गए अजय दास