Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:January 31, 2025, 11:30 IST
हिमाचल प्रदेश चंबा के परवेज अली बट्ट ने मंजीर गोसदन के एक गोवंश को गोद लिया और 31 हजार रुपये दान दिए। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देते हुए अन्य लोगों से भी मदद की अपील की.
हाइलाइट्स
- परवेज अली ने गोसदन को 31 हजार रुपये दान दिए।
- परवेज अली ने मंजीर गोसदन के एक गोवंश को गोद लिया।
- परवेज अली ने हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया।
मुस्लिम शख्स ने गोद ली गाय, गोसदन को चलाने के लिए आर्थिक मदद भी दी, परवेज ने दिखाया बड़ा दिल…आप भी करेंगे सलाम
चम्बा. हिमाचल प्रदेश का चम्बा जिला हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए पूरे देश में जाना जाता है. यहां हर धर्म के लोग एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं और इन्हें बड़े सौहार्दपूर्वक मनाते हैं. जहां आजकल आवारा पशुओं को लेकर हिन्दू समाज के लोग आगे आ रहे हैं, वहीं मुस्लिम समाज ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं.
जानकारी के अनुसार, चंबा जिले के उपमंडल सलूणी के मंजीर में स्थापित गोसदन के सुचारू संचालन के लिए तीसा के खुशनगरी के बट्ट परिवार सबसे पहले आगे आया है. बट्ट परिवार के बड़े बेटे, प्रदेश मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और बट्ट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के चेयरमैन परवेज अली बट्ट ने मंजीर गोसदन के एक गोवंश को गोद लिया है. इसके साथ ही गोसदन में रखे जाने वाले पशुधन को सर्दी से बचाने के लिए गोसदन के भवन के चारों ओर तिरपाल की व्यवस्था के लिए 31 हजार रुपये भी गोसदन संचालकों को दान दिए हैं.
दूसरे लोगों को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए- परवेज
परवेज अली बट्ट ने कहा कि गोवंश का धार्मिक आस्था से भी जुड़ाव है. हालांकिस खेद इस बात का है कि कुछ स्वार्थी लोग अपना लाभ ले लेने के बाद गोवंश को सड़कों पर छोड़ देते हैं. परवेज अली बट्ट ने कहा कि ईश्वर और अल्लाह एक हैं और सभी धर्म मानवता का संदेश देते हैं. ऐसे में हमें अपना मानवता का फर्ज निभाते हुए सड़कों पर छोड़े गए बेसहारा गोवंश के संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने जिले के अन्य साधन संपन्न लोगों से भी मंजीर स्थित गोसदन के एक-एक गोवंश को गोद लेने का आह्वान किया है.
हर गोवंश पर 700 रुपये महीना देती है सरकार
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने मंजीर में करोड़ों रुपये की लागत से गोसदन का निर्माण करवाया है. यहां पर लावारिस 200 गोवंशों को रखने की क्षमता है. इस गोसदन की देखरेख का जिम्मा राष्ट्रीय स्तर की गैर-सरकारी संस्था सर्वोदय ह्यूमन एंड नेचर डेवलपमेंट पर है. हालांकि, गोसदन के लिए पशुधन और अन्य व्यवस्थाओं के लिए सरकार प्रति गोवंश 700 रुपये प्रतिमाह वहन करती है. दावा है कि 700 रुपये प्रतिमाह में गोवंश का आहार और अन्य व्यवस्थाएं करना संभव नहीं है और इसलिए संस्था ने गोवंश को गोद लेने के लिए पहल की शुरुआत की है.
संस्था की इस पहल को लेकर परवेज अली बट्ट सबसे पहले आगे आए हैं. बट्ट नर्सिंग कॉलेज बोंखरी मोड़ में परवेज अली बट्ट से मिलने पहुंचे संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन कुमार और महासचिव अजय कुमार के आग्रह पर फौरन हामी भरते हुए बट्ट ने मंजीर गोसदन के एक गोवंश को गोद लिया और गोसदन के भवन के चारों ओर तिरपाल लगवाने और अन्य व्यवस्थाओं के लिए 31 हजार रुपये भी दिए.
हर साल राम लीला के लिए भी करते हैं मदद
उन्होंने गोसदन के संचालन के लिए अपनी ओर से हर संभव सहयोग देने की भी हामी भरी, जिसके लिए गोसदन संचालकों ने परवेज अली बट्ट का आभार जताया. इससे पहले भी परवेज अली बट्ट ने हिंदू पर्वों के सफल आयोजन के लिए आर्थिक सहयोग दिया है. वह हर वर्ष बनीखेत में आयोजित होने वाली श्रीराम लीला के लिए भी आर्थिक मदद करते रहे हैं. गौरतलब है कि गोसदन चलाने वाली संस्था की तरफ से सोशल मीडिया में संदेश डाला गया था और संस्था एक परिवार एक गाय अडोप्ट करने के लिए अभियान भी चला रही है.
Location :
Chamba,Chamba,Himachal Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 11:30 IST