यमुना में झाग, द‍िल्‍ली में प्रदूषण कहां से आया? सत्‍येंद्र जैन बताई 'हकीकत'

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छठ से पहले एक बार फ‍िर द‍िल्‍ली में यमुना के पानी को लेकर सियासत शुरू हो गई. हद तो तब हो गई जब बीजेपी के द‍िल्‍ली प्रदेश अध्‍यक्ष वीरेंद्र सचदेवा खुद यमुना में गंदगी का ल‍िटमस टेस्‍ट करने नदी में कूद गए. फ‍िर तबीयत खराब हुई और अस्‍पताल जाना पड़ा. आम आदमी पार्टी सरकार 2015 से यमुना साफ करने के दावे कर रही है, लेकिन नतीजा सिफर…जब इस बारे में द‍िल्‍ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्‍येंद्र जैन से पूछा गया, उन्‍होंने एक-एक बात बताई. बताया क‍ि यमुना के पानी में झाग आख‍िर आया कहां से. इतना ही नहीं, उन्‍होंने पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के डुबकी लगाने की नई डेडलाइन भी दे डाली.

न्‍यूज19इंडिया से बातचीत में सत्‍येंद्र जैन ने कहा, यमुना में 12 गेट हैं जो पानी को रोकते हैं. इसे यूपी का जल निगम कंट्रोल करता है. जैसे ही छठ आती है, वे सारे गेट बंद कर देते हैं. कभी-कभी 2-3 गेट खोल देते हैं. अगर सारे गेट खुल जाएं, तो झाग अपने आप चले जाएंगे. सत्‍येंद्र जैन ने आरोप लगाया क‍ि ये सिर्फ आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की कोश‍िश है. जब उनसे पूछा गया क‍ि अरविंद केजरीवाल ने 2015 में कहा था क‍ि पांच साल में यमुना साफ कर डुबकी लगाउंगा, तभी वोट मांगने आउंगा, उस वादे का क्‍या हुआ. इस पर सत्‍येंद्र जैन ने कहा, कोविड की वजह से दो साल काम नहीं हुआ. इसल‍िए थोड़ा वक्‍त लग रहा है. अब उन्‍होंने 2027 की डेडलाइन दी है, जब यमुना पूरी तरह साफ हो जाएगी.

कैसे खराब हुई द‍िल्‍ली की हवा
जब उनसे पूछा गया क‍ि झाग तो यूपी की वजह से मान लेते हैं, तो फ‍िर द‍िल्‍ली की हवा क्‍यों खराब हो रही है? एक्‍यूआई क्‍यों बढ़ जाता है. इस पर सत्‍येंद्र जैन ने कहा, द‍िल्‍ली में थर्मल पावर प्‍लांट थे. हमने सारे बंद कर द‍िए. लेकिन एनसीआर के अंदर 6 साथ थर्मल पावर प्‍लांट हैं, जो यूपी और हर‍ियाणा में हैं, उन्‍हें बंद नहीं क‍िया गया. उससे जो धुआं निकलता है, वही द‍िल्‍ली आता है. द‍िल्‍ली के आसपास 3500 से ज्‍यादा ईंट के भट्ठे चल रहे हैं, जो धुआं करते हैं. द‍िल्‍ली में सारी इलेक्‍ट्र‍िक बसें चल रही हैं, लेकिन एनसीआर में डीजल बसें दौड़ रही हैं, वही धुआं यहां आ जाता है.

जब सत्‍येंद्र जैन ने पंजाब को भी माना ज‍िम्‍मेदार
पंजाब की पराली पर भी सत्‍येंद्र जैन ने जवाब द‍ि‍या. उन्‍होंने दावा क‍िया क‍ि पंजाब में पराली जलने की घटनाएं आधी हो गई हैं, जबक‍ि यूपी-ह‍र‍ियाणा में यह दोगुनी हो गईं. हालांक‍ि, केंद्र सरकार की रिपोर्ट इससे कुछ अलग ही कहानी बयां करती है, जो बताती है क‍ि इस साल सबसे ज्‍यादा पराली जलाने की घटनाएं पंजाब से सामने आई हैं. इस पर उन्‍होंने भी माना क‍ि इसके ल‍िए पंजाब भी ज‍िम्‍मेदार है.

Tags: Arvind kejriwal, Delhi AAP, Delhi pollution, Satyendra jain, Yamuna River

FIRST PUBLISHED :

October 24, 2024, 22:37 IST

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