Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 31, 2025, 16:04 IST
Chitrakoot: सरकारी कामों में हेरा-फेरी और गड़बड़ी के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला चित्रकूट में आया है. यहां जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर उसकी जमीन किसी और के नाम ट्रांसफर कर दी गई.
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हाइलाइट्स
- चित्रकूट में मृत व्यक्ति के नाम पर जमीन ट्रांसफर हुई.
- कुन्नू कुशवाहा की जमीन कुट्टू रैकवार के नाम पर वरासत हुई.
- लेखपाल सस्पेंड, मामले की जांच के आदेश दिए गए.
चित्रकूट: हम आपको एक ऐसी चौंकाने वाली खबर बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. क्या आपने कभी सुना है कि एक मृत व्यक्ति का बच्चा जन्म ले सकता है, नहीं सुना? तो अब सुन लीजिए, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें सरकारी दस्तावेजों में एक मृतक व्यक्ति के बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है. यह केस जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
कहां का है मामला
मामला चित्रकूट जिले के सीतापुर कस्बे का है. यहां रहने वाले कुन्नू कुशवाहा उर्फ कल्लू पुत्र रामधनी के साथ एक बड़ा धोखा हुआ. कुन्नू रोज़ी-रोटी के लिए कई सालों से बाहर काम कर रहे थे. जब वे हाल ही में घर लौटे और तहसील से अपनी जमीन की खतौनी निकलवाई, तो उनके होश उड़ गए. कुन्नू की करोड़ों रुपये की 0.165 हेक्टेयर की बेशकीमती जमीन की कुट्टू रैकवार नाम के व्यक्ति के नाम पर वरासत हो चुकी थी.
मौत के बाद जन्मा बेटा
जब कुन्नू ने वकीलों के माध्यम से तहसीलदार कोर्ट के आदेश की जांच करवाई, तो पता चला कि कुट्टू रैकवार ने खुद को कुन्नू का बेटा बताते हुए उसके नाम पर मृत प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर दिया था. वहीं, कुट्टू रैकवार ने सरकारी कागजों में दावा किया कि कुन्नू की मृत्यु 1959 में हो गई थी और कुट्टू का जन्म 1966 में हुआ. यानी सरकारी कागजों के हिसाब से कुन्नू अपनी मृत्यु के सात साल बाद पिता बने हैं.
क्या कहना है पीड़ित का
पीड़ित कुन्नू कुशवाहा ने बताया, “मैं अभी ज़िंदा हूं. मेरी जमीन को गलत तरीके से हथिया लिया गया है. बिना जांच-पड़ताल के अधिकारियों ने मेरी जमीन की वरासत कर दी. अब मैं अपनी जमीन वापस पाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा हूं.” कुन्नू का आरोप है कि तहसील के हल्का लेखपाल और अधिकारियों ने सांठगांठ करके यह बड़ा फर्जीवाड़ा किया है. उसने उच्चाधिकारियों से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
लेखपाल हुआ सस्पेंड
हालांकि, इस मामले में डीएम चित्रकूट शिव शरण अप्पा ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि “मीडिया से हुई जानकारी के बाद हमने लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है और अधिकारियों को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं. ” कुछ दिनों में सच्चाई सामने आ जानी चाहिए.
Location :
Chitrakoot,Uttar Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 16:04 IST
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