Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:January 31, 2025, 11:15 IST
MA Kundwasini Dham: उत्तर प्रदेश में एक मंदिर लोग चमत्कारी कहते हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर को बनाने का आदेश खुद देवी ने दिया था.
गजब का है इस मंदिर का इतिहास
हाइलाइट्स
- मां कुंडवासिनी का धाम सोनभद्र में स्थित है.
- देवी ने सपने में राजा को मंदिर बनाने का आदेश दिया था.
- यहां पूजा करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
MA Kundwasini Dham: यूपी के आखिरी जनपद सोनभद्र के अंतिम छोर पर स्थित है मां कुंडवासी का धाम है. इसी से अगोरी किले का भी नाम जुड़ा है. बताते चलें कि यूपी की आखिरी ग्राम पंचायत है कुड़ारी. जहां मां कुंडवासिनी का धाम स्थित है. तो कैसे हुई यहां माता के मंदिर की स्थापना? हमने इस रहस्य को भी जानने का प्रयास किया. इसके बाद जो जानकारी आई वह भी बेहद रोचक रही.
माता ने सपने में आकर दिया था आदेश
मां कुंडवासिनी देवी मंदिर से कुछ दूरी पर एक प्राकृतिक नाला मौजूद है. बताया जाता है कि इसी नाले में माता रानी प्रकट हुई थी, जिसे आज कुड़वा नाला के नाम से जाना जाता है. बताया जाता है कि माता रानी ने अगोरी के राजा बालंद शाह को स्वप्न में दर्शन देते हुए कहती हैं कि मुझे यहां से लेकर चलो हाथी की सवारी पर और जहां कहीं भी हाथी रुक जाए वहीं मेरी स्थापना करवा देना.
फिर हुआ कुछ ऐसा
माता के स्वप्न में दिए हुए आदेशानुसार राजा जब उस स्थल पर गए. तो देखा कि वहां एक मूर्ति मौजूद है. जिसके बाद राजा ने मां के आदेश का स्मरण करते हुए हाथी पर मां को लेकर चले दिए. जैसे ही हाथी कुड़ारी पहुंचा. इसके बाद सोन नदी के तट पर मां को स्थापित कर दिया गया. आज भी माता रानी की वहीं पर पूजा होती है.
इसे भी पढ़ें – नाराज पितरों को करना है शांत, तो इस मंदिर में करें पूजा, चार धाम के बराबर मिलता है फल!
क्या बोले मंदिर के पुजारी
इस संबंध में मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज से हजारों वर्ष पहले यहां पर राजा बालंद शाह द्वारा मां को स्थापित किया गया था जो आज भी मां की कृपा बनी रहती है. कई प्रांतों से लोग दर्शन के लिए आते हैं. माता रानी उनकी सभी मनोरथ पूरी करती हैं. अगर किसी को कोई कष्ट होता है तो माता रानी के दरबार में आने से आराम मिल जाता है.
यहां पूजा-पाठ के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं. लोगों का मानना है कि जो भी यहां पूजा करता है उसके जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
Location :
Sonbhadra,Uttar Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 11:15 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.