लखनऊ. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर बीजेपी के अंदर ही अजब सी स्थिति पैदा हो गई है. खासकर, योगी कैबिनेट के दोनों सहयोगी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक सीएम योगी के ‘बटोगे तो कटोगे’ वाले बयान पर कुछ बोलने से बच रहे हैं? ऐसा भी नहीं है कि दोनों डिप्टी सीएम योगी के इस बयान का विरोध कर रहे हैं. लेकिन, दोनों डिप्टी सीएम के बयानों को अब विपक्ष ने मुद्दा बना लिया है. एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव तो अपनी हर सभा में यह बोलने लगे हैं कि डबल इंजन आपस में ही टकराने लगी है.
जानकारों की राय में बीजेपी के बड़े नेता सीएम योगी के इस बयान का सार्वजनिक मंचों से समर्थन नहीं कर सकते. लेकिन, इसमें दो राय नहीं है कि यह बयान बीजेपी की राजनीति के लिए सूट कर रहा है. सीएम योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाला बयान पीएम मोदी के सबको साथ ले जाने के नारे से मेल नहीं खाता है. इसलिए बीजेपी नेता इसपर चुप्पी साधे हुए हैं. लेकिन, सीएम योगी के इस बयान को बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं ने अलग-अलग संदर्भों से जोड़कर अपनी रैलियों में बताया भी है. इसमें पीएम मोदी सहित दूसरे स्टार प्रचारक भी शामिल हैं. सीएम योगी तो अपनी हर सभा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का जयघोष कर रहे हैं.
‘बंटेंगे तो कटेंगे’ पर क्या खुद बीजेपी ही बंट गई?
लेकिन, ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले नारे पर यूपी के दोनों डिप्टी सीएम क्यों नहीं खुलकर बोल रहे हैं? इसको लेकर राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. कोई कह रहा है कि यह बीजेपी की रणनीति का हिस्सा है. क्योंकि, सीएम योगी की सभा महाराष्ट्र में वहीं-वहीं रखी गई हैं, जहां-जहां इस बयान से वोटों का ध्रुवीकरण संभव है. शायद इसलिए, पहले केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक पत्रकारों के सवाल पर खुलकर कुछ नहीं बोलते.
यूपी के दोनों डिप्टी सीएम के बोल क्यों बदले?
कुछ दिन पहले ही यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी सीएम योगी के इस बयान पर खुलकर कुछ नहीं बोला था. सोमवार को यूपी के दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी लगभग इसी अंदाज में पत्रकारों के सवाल का जवाब दिया. मझवां में चुनाव प्रचार के दौरान पत्रकारों से सवाल पर पाठक ने कहा, ‘देखिए भारतीय जनता पार्टी सबको इकट्ठा करके अपने सनातन संस्कृति को आगे बढ़ाने काम करती है.’ पत्रकारों के बंटेंगे और कटेंगे पर जब उनका स्टैंड जानना चाहा, तो ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी सबको साथ लेकर चलती है और इन चुनावों में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मार्गदर्शन में सबका आशीर्वाद है. मैं सबको साथ लेकर चल रहा हूं.’
पीएम मोदी के नारे से टकरा रहा है योगी का नारा?
कुलमिलाकर, योगी आदित्यनाथ का आगरा में दो महीने पहले दिया यह नारा अब बीजेपी कार्यकर्ताओं को खूब सूट कर रहा है. वहीं, बीजेपी के बड़े नेता इस पर खुलकर कुछ नहीं बोलते और न ही इसका विरोध ही करते. शायद, इसलिए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि योगी जी का यह नारा किसी संदर्भ के विषय में कही गई होगी, यह पार्टी का नारा नहीं है. केशव साफ कहते हैं कि हमारे सर्वोच्च नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं उनका कहना है एक हैं तो सेफ हैं.
यूपी में फिलहाल सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तीन दिग्गज नेता हैं. एक तरह से ये तीनों बिजली की तरह यूपी की राजनीति में तीन फेज का काम करते हैं. लेकिन, तीनों के बयानों से अलग-अलग राजनीतिक मायने निकाले जाते हैं. आपको बता दें कि महाराष्ट्र की 288 और झारखंड विधानसभा की दूसरे फेज की बची 38 सीटों पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इसी दिन यूपी की 9 विधानसभा सीटें, नांदेड़ लोकसभा सीट और उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. 23 नवंबर को नतीजे आएंगे.
Tags: Brajesh Pathak, CM Yogi Adityanath, Keshav prasad maurya, UP news
FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 17:26 IST