Last Updated:January 19, 2025, 20:25 IST
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में आए साधु-संतों की महंगी गाड़ियों ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. इनमें रोल्स रॉयस से लेकर महंगी ऑडी कार तक शामिल है. इसके अलावा साधुओं के पास दर्जनों एसयूवी भी हैं.
प्रयागराज. प्रयागराज में महाकुंभ 2025 में आध्यात्मिकता अपने चरम पर है. मगर एक चीज जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है, वो है साधु-संतों की महंगी लग्जरी गाड़ियां. इनमें क्लासिक 1965 रोल्स-रॉयस से लेकर हाई-एंड और स्लीक ऑडी Q7 या मर्सिडीज बेंज, और यहां तक कि मजबूत रेंज रोवर्स और डिफेंडर्स तक शामिल है. जिनकी कीमत 25 लाख रुपये से लेकर 20 करोड़ रुपये तक है. बताया जा रहा है कि प्रमुख अखाड़ों के बुजुर्ग साधु इन लग्जरी गाड़ियों का लुत्फ उठा रहे हैं. ये आलीशान कारें मेला मैदान की चेकर्ड, मेटल-लाइन वाली अस्थायी सड़कों पर लोगों का ध्यान खींच रही हैं.
बहरहाल संत और अखाड़े अपनी आलीशान गाड़ियों और आलीशान जीवनशैली के बारे में खुलकर बोलने से कतराते हैं. अखाड़ों के अधिकांश संतों ने दावा किया कि ज़्यादातर आलीशान गाड़ियां उनके वरिष्ठों की हैं, जो पीठाधीश्वर, महामंडलेश्वर, महंत और मंडलेश्वर के पद पर हैं. ऐसा लगता है कि केवल कुछ ही गाड़ियां उनके शिष्यों के पास हैं. ये लग्जरी गाड़ियां मेला मैदान और इसके 25 सेक्टरों में तेजी से दौड़ती हुई देखी जा सकती हैं. लेकिन इनमें से ज़्यादातर त्रिवेणी मार्ग और सेक्टर 20 में काली मार्ग पर दिखाई देती हैं. जो टेंट सिटी की ‘वीआईपी’ सड़कें हैं. इन गाड़ियों ने सबसे पहले ‘पेशवाई’ के दौरान ध्यान आकर्षित किया. जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर पवित्रानंद गिरि 1965 मॉडल की रोल्स-रॉयस में आए.
महाकुंभ की ‘वीआईपी’ सड़कें
कुंभ में साधुओं के पास वैनिटी वैन, रोल्स-रॉयस कारें, ऑडी क्यू7, मर्सिडीज बेंज, रेंज रोवर और डिफेंडर जैसी अन्य हाई-एंड कारें हैं. इनके अलावा, स्कॉर्पियो, सफारी, क्रेटा और फॉर्च्यूनर सहित अनगिनत अन्य एसयूवी भी हैं. हालांकि अखाड़ों से जुड़े कुछ संतों ने कहा कि इनमें से कुछ वाहन किराए पर हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद के पास 20 करोड़ रुपये की दो रोल्स-रॉयस कारें हैं जो उनकी ‘पेशवाई’ का हिस्सा थीं. तुलसी पीठ के प्रमुख जगद्गुरु रामभद्राचार्य के शिविर में भगवा रंग की ऑडी है जिसकी कीमत 50 लाख रुपये से अधिक है. श्री पंच अग्नि अखाड़े में लैंड रोवर डिफेंडर है, जबकि निरंजनी अखाड़े में एक आकर्षक काले रंग की मर्सिडीज काफी ध्यान आकर्षित करती है.
शंकराचार्य के पास 1.5 करोड़ की वैनिटी वैन
इन कारों के अलावा, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की वैनिटी वैन में आए, जिसे कथित तौर पर एक उद्योगपति ने उपहार में दिया है. यह वैन कभी उनके दिवंगत गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की थी. इसके अलावा, विशाल टेंट सिटी में स्कॉर्पियो, बोलेरो और थार जैसी गाड़ियां भी हैं, जो संतों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए सुविधा सुनिश्चित करती हैं. अधिकांश साधु अपने वाहनों के लिए सफेद या भगवा रंग का विकल्प चुनते हैं. अधिकांश वाहनों में चौड़ी नेमप्लेट लगी होती हैं, जो साधुओं या उनके संगठनों के पदों की घोषणा करती हैं. उन्हें शिविरों के पास पूरे दिन देखा जा सकता है, खासकर सुबह और शाम को जब साधु आगंतुकों और शिष्यों से मिलते हैं.
Location :
Allahabad,Uttar Pradesh
First Published :
January 19, 2025, 20:25 IST