Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:January 31, 2025, 21:09 IST
Rishikesh News: पुलिस ने मनीष से पूछताछ की. उसने बताया कि जिस बंदूक को वह जुलूस में लहरा रहा था, वह असली नहीं बल्कि लकड़ी से बनी एक नकली खिलौना बंदूक थी. इसे उसने बाजार से खरीदा था.
ऋषिकेश. उत्तराखंड के ऋषिकेश में चुनावी विजय जुलूस के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने काफी चर्चा बटोरी, जिसमें एक युवक को हाथों में बंदूक लहराते हुए नाचते हुए देखा गया. इस वीडियो के सामने आने के बाद देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. पुलिस ने तत्काल वीडियो की जांच शुरू की और उसमें दिख रहे युवक की पहचान करने के लिए सुरागरसी व पतारसी शुरू कर दी. पुलिस को कामयाबी मिली और युवक को गिरफ्तार कर लिया गया.
ऋषिकेश पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि वीडियो में दिखाई देने वाला युवक मनीष राजभर है, जो कि वीरपुर खुर्द, नेहरूग्राम, थाना ऋषिकेश, जनपद देहरादून का निवासी है और उसकी उम्र मात्र 20 वर्ष है. पुलिस ने मनीष को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की, तो उसने बताया कि जिस बंदूक को वह लहरा रहा था, वह असली नहीं बल्कि लकड़ी से बनी एक नकली खिलौना बंदूक थी, जिसे उसने बाजार से खरीदा था. उसने बताया कि विजय जुलूस में जोश में आकर उसने इस खिलौना बंदूक को पकड़कर नाचना शुरू कर दिया था, जिससे माहौल कुछ अलग ही बन गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
जांच में निकली खिलौना बंदूक
पुलिस ने जब गहन जांच की और वीडियो में दिख रही बंदूक को चेक किया, तो पाया कि वह वास्तव में एक साधारण लकड़ी की बनी हुई खिलौना बंदूक थी. हालांकि इस तरह के कृत्य से समाज में भय और अराजकता का माहौल बन सकता था. क्षेत्र की शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने इस घटना पर बारीकी से ध्यान दिया और युवक के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया. इस पूरे मामले को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने मनीष राजभर को भारतीय दंड संहिता की धारा 170(1) BNSS के तहत गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि भले ही बंदूक नकली थी लेकिन युवक का इस तरह का कृत्य समाज में गलत संदेश दे सकता था और लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता था. इस तरह की हरकतें समाज की शांति और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का काम कर सकती हैं.
ऋषिकेश पुलिस ने दिया संदेश
ऋषिकेश पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करके यह संदेश दिया कि सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकतें स्वीकार्य नहीं हैं. पुलिस ने लोगों से भी अपील की कि वे किसी भी तरह के सार्वजनिक समारोह में ऐसा कोई कृत्य न करें, जिससे समाज में गलत संदेश जाए या शांति व्यवस्था भंग होने की स्थिति उत्पन्न हो. इस मामले ने यह भी दिखाया कि सोशल मीडिया का प्रभाव कितना अधिक हो सकता है. एक साधारण जुलूस में एक व्यक्ति के जोश में आकर की गई हरकत कैसे पूरे शहर में चर्चा का विषय बन सकती है और कानून व्यवस्था पर असर डाल सकती है.
Location :
Rishikesh,Dehradun,Uttarakhand
First Published :
January 31, 2025, 21:09 IST
विजय जुलूस में नकली बंदूक लेकर नाचा युवक, वीडियो वायरल होते ही अरेस्ट