Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:January 27, 2025, 21:57 IST
Budget 2025: प्रोफेसर संदीप कुमार चौधरी ने आम बजट 2025 से उम्मीद जताते हुए मुख्यत: एजुकेशन सेक्टर और युवाओं के रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि एजुकेशन सेक्टर पर सरकार को ज्यादा से ज्यादा...और पढ़ें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी.
देहरादून. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लगातार 8वीं बार आम बजट लोकसभा में पेश करने जा रही हैं. हर वर्ग इस बार बजट में कुछ खास बदलाव की आस लगाए बैठा है. लोकल 18 ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की कई गृहणियों और कामकाजी महिलाओं, ट्रक-कार चालकों, मजदूरों और कॉलेज के छात्रों से बजट पर उनकी राय जानी और अब यह सफर कॉलेज के प्रोफेसरों और व्यापारियों तक जा पहुंचा है. जहां एक तरफ गृहणियों ने महंगाई पर नियंत्रण और खाद्य वस्तुओं पर राहत की मांग की, वहीं मजदूरों और चालकों ने रोजगार और ईंधन पर टैक्स में कटौती की उम्मीद जताई.
छात्रों ने एजुकेशन लोन पर ब्याज में छूट और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने की बात कही लेकिन प्रोफेसर और बजट विशेषज्ञों ने खासतौर पर टैक्स स्लैब पर चर्चा की. उन्होंने सुझाव दिया कि आयकर दरों में बदलाव और आम लोगों के लिए राहत प्रदान करने वाले कदम उठाए जाने चाहिए. देहरादून निवासी सतीश ठाकुर ने लोकल 18 से कहा कि सोने के बढ़ते दामों के चलते ग्राहक अक्सर इनसे दूरी बना रहा है. हालांकि जुलाई माह में जो मोदी सरकार ने बजट पेश किया था, उसमें सोने पर सीमा शुल्क में छूट दी थी. इसका लाभ ग्राहक ने जमकर उठाया. उम्मीद जताते हैं कि इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा. सबसे कम जीएसटी सोने के उत्पादों पर लगता है. मौजूदा समय में यह तीन प्रतिशत है. उम्मीद जताते हैं कि इसे सरकार एक प्रतिशत कर दे. इसके साथ ही गोल्ड को लेकर कुछ खास स्कीम की भी उम्मीद करते हैं.
टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद
शुभांकर वर्मा ने कहा कि सर्विस सेक्टर टैक्स के स्लैब में राहत की उम्मीद लगाए बैठा है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि जब भी व्यक्ति टैक्स भरे, तो उसके मन में सवाल न उठे बल्कि खुशी-खुशी वह इसे दे. ऐसा तभी संभव है, जब सरकार इसे सरल करेगी. एजुकेशन, हेल्थ, एमएसएमई सेक्टर को इस बजट से खास उम्मीद है. जनता के उत्थान से लेकर रोजगार इन्हीं सेक्टर में दिखाई पड़ता है. एजुकेशन सेक्टर जितना अच्छा होगा, उतना ही देश के युवा एक एसेट्स के रुप में उभरेंगे.
एजुकेशन सेक्टर के लिए हो बजट में खास
प्रोफेसर संदीप कुमार चौधरी ने भी आम बजट 2025 से कई उम्मीदें जताई हैं. मुख्यत: उन्होंने एजुकेशन सेक्टर और युवाओं के रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि एजुकेशन सेक्टर पर सरकार को अधिक से अधिक फोकस करना चाहिए. इसके अलावा एसेट्स के रुप में उभर रहे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने चाहिए. इसके लिए सरकार को हर क्षेत्र में सटीक आवंटन करना चाहिए. एआई, तकनीक शिक्षा और कौशल विकास पर केंद्र सरकार का हमेशा से ही फोकस रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि जापान, चीन से अधिक हमारी तकनीक आगे बढ़े. इस पर सरकार को फोकस करना चाहिए.
रक्षा बजट भी बढ़ना चाहिए लेकिन…
इमरान खान ने कहा कि पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की बात कही है. सबसे बड़ी बात यह है कि हर क्षेत्र में जिनता बजट में आवंटन होता है, उतना ही धरातल पर उतरना चाहिए. रक्षा बजट भी बेहद जरूरी है, उसको भी अधिक बढ़ाना चाहिए क्योंकि देश सुरक्षित रहेगा तो हम सुरक्षित रहेंगे. इसके अलावा एजुकेशन, स्वास्थ्य के साथ-साथ नवाचार और एआई पर मुख्य फोकस होना चाहिए. टैक्स स्लैब में एक बड़ी राहत की आम जनता उम्मीद लगाए हुए है. बजट में सिर्फ घोषणाएं नहीं बल्कि समाज की जरूरतों का निवारण हो.
कौशल विकास और अनुसंधान पर हो फोकस
पीके चौधरी ने कहा कि आम बजट 2025 में निर्यात सेक्टर पर अधिक फोकस होना चाहिए. इससे ही जीडीपी में ग्रोथ दर्ज होगी. तकनीक शिक्षा के विस्तार पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. हालांकि विगत के बजट पर नजर डालें, तो कुछ हद तक तकनीकी शिक्षा में सुधार आया है. केंद्र सरकार का टेक्नोलॉजी पर विशेष फोकस है. उम्मीद है कि इस साल इस पर अधिक ध्यान दिया जाएगा. कौशल विकास, रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर भी सरकार को बजट देना चाहिए. अनुसंधान से ही विकास की राय आसान होती है. सर्विस सेक्टर के लोगों को राहत देने के लिए टैक्स स्लैब पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.
Location :
Dehradun,Uttarakhand
First Published :
January 27, 2025, 21:57 IST
सबकी नजर बजट पर...'एजुकेशन सेक्टर पर हो फोकस, जापान-चीन से आगे बढ़ें हम'