Agency:News18 Bihar
Last Updated:January 31, 2025, 20:49 IST
Mustard Farming Tips: बिहार में बड़े पैमाने पर किसान सरसों की खेती करते हैं.अभी सरसों में फूल के बाद फलियां आने का समय हो चला है. तेल की मात्रा बढ़ाने के लिए बुवाई के समय सरसों में सल्फर जरूर डालना चाहिए. वहीं स...और पढ़ें
सरसों की तस्वीर
हाइलाइट्स
- सरसों की अच्छी उपज के लिए उन्नत किस्में चुनें.
- तेल की मात्रा बढ़ाने के लिए सल्फर डालें.
- पानी की कमी से पौधों का विकास ना रुके.
जहानाबाद. रबी सीजन का समय चल रहा है. इस सीजन में गेहूं, दलहन, तिलहन और सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर होती है. तिलहन की बात करें तो इसमें सरसों की खेती भी खूब होती है. बात अगर बिहार की हो तो यहां भी सरसों फसल बड़े पैमाने पर लगाए जाते हैं. ऐसे में अभी सरसों में फूल के बाद फलियां आने का समय हो चला है. यह काफी नाजुक स्थिति मानी जाती है, क्योंकि इस वक्त सरसों की खेती में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
ऐसे में इस समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसके साथ साथ सरसों की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए? इसे लेकर Local 18 की टीम ने कृषि विज्ञान केंद्र गंधार के कीट एक्सपर्ट डॉ. वाजिद हसन से खास बात की. इस बीच उन्होंने सरसों से अच्छी उपज प्राप्त कर करने के लिए अहम सुझाव दिए.
पीली क्रांति को बढ़ावा देने का कार्य जारी
कीट एक्सपर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार और राज्य की सरकार के द्वारा सरसों की खेती को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है. पहले 20 हेक्टेयर कृषि विज्ञान केंद्र को सरसों की खेती का लक्ष्य मिला था, जो बढ़ाकर 200 हेक्टेयर कर दिया गया. वहीं, अगले साल का लक्ष्य 300 हेक्टेयर का आ गया है. सरकार का फोकस तिलहन क्रांति को बढ़ावा देना और किसानों की उपज को बढ़ाना है. सबसे बड़ी बात यह है कि यहां बाहर से ही अभी भी सरसों मंगवाना पड़ता है, जिसके चलते इसे बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है.
उन्नत प्रभेद से मिल रही है अच्छी उपज
कीट एक्सपर्ट ने बताया कि सरसों से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए अच्छी किस्म का चयन करना जरूरी है, ताकि अच्छी उपज मिल सके. जहानाबाद के किसान जब लोकल किस्म के सरसों का चयन करते थे, तो 10 से 12 केजी प्रति कट्ठा उपज होती थी, लेकिन जब से पिछले दो-तीन सालों से सरसों की खेती को कृषि विज्ञान केंद्र की मदद से की जा रही है तो उपज में भी वृद्धि देखने को मिली है, क्योंकि उन्नत प्रभेद किसानों को बांटे गए, जिसके चलते अच्छी उपज मिली है.
इन तीन बातों का जरूर रखें ख्याल
उन्होंने बताया कि यहां के कुछ किसानों को सरसों की जो किस्में दी गई है, उसमें से पंत श्वेता, आरएच 725 और डीआरएमआर की किस्में दी गई थी. इस वैरायटी की सरसों लगाने से उपज तीन गुना तक बढ़ गई है. यानी पहले एक कट्ठा में 12 किलो तक उपज होती थी और इन किस्मों की खेती करने के बाद उपज 40 किलो तक हो रही है. इसलिए, सलाह दी जाती है कि अगर सरसों से अच्छी उपज करना चाहते हैं तो अच्छी किस्म का चयन जरूरी है. दूसरा तेल की मात्रा बढ़ाने के लिए सल्फर जरूर डालना चाहिए. यह बुआई के समय ही दें. अच्छी किस्म की बुआई करते हैं तो पानी भी उसी हिसाब से दें ताकि आपकी खेती में पानी की कमी से पौधों का विकास ना रुके.
Location :
Jehanabad,Bihar
First Published :
January 31, 2025, 20:49 IST
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