![जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती।](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने केंद्र सरकार से बड़ी मांग की है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने देश में गो हत्या पर प्रतिबंध और गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की है। उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार को 3 दिनों का समय दिया है। मंगलवार को महाकुंभ के सेक्टर 19 में शंकराचार्य शिविर में जगद्गुरु शंकराचार्य ने ये बात कही है। आइए जानते हैं कि उन्होंने इस बारे में और क्या कुछ कहा है।
क्या बोले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद?
ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, “शास्त्रों में उल्लेख है कि गाय के शरीर में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है। हम पिछले डेढ़ साल से गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए आंदोलन चला रहे हैं। अब हमने निर्णय लिया है कि माघी पूर्णिमा के अगले दिन (बृहस्पतिवार) से हम 33 दिनों की पदयात्रा निकालेंगे।”
17 मार्च को दिल्ली में पूरी होगी पदयात्रा
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया है कि उनकी 33 दिन की पदयात्रा 17 मार्च को दिल्ली जाकर पूर्ण होगी। अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए निर्णय लेने के लिए केंद्र सरकार के पास 33 दिनों का समय है। अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यदि केंद्र सरकार इन 33 दिनों में कोई फैसला नहीं करती तो हम 17 मार्च को शाम पांच बजे के बाद कोई कड़ा निर्णय लेंगे।
गोहत्या को अपराध माना जाए- अविमुक्तेश्वरानंद
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- “ हम पिछले डेढ़ दो सालों से गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के माध्यम से इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि केंद्र सरकार अब इस संबंध में अपना मत स्पष्ट करेगी। कुंभ की धरती पर अनेक संत- महात्माओं से विचार के बाद हम गाय माता के संबंध में आपको (केंद्र) 33 दिन दे रहे हैं। केंद्र सरकार 17 मार्च को शाम पांच बजे तक इस संबंध में जो भी घोषणा करना चाहती है कर दे, अन्यथा हम यह मान लेंगे कि केंद्र सरकार गोहत्या जारी रखना चाहती है। हमारी सरकार से मांग है कि गाय को पशु की श्रेणी से हटाकर राष्ट्र माता घोषित किया जाए और गोहत्या को अपराध माना जाए।”