हिजबुल्लाह को हां हमास को ना, गाजा में जंग रोकने को नेतन्याहू क्यों नहीं तैयार

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इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम बुधवार 27 नवंबर सुबह से लागू हो गया. इसके साथ ही दोनों के बीच एक साल से भी ज्यादा समय से चली आ रही दुश्मनी पर भी विराम लग गया है. मंगलवार को लेबनान समझौते की घोषणा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह गाजा में युद्धविराम के प्रयासों को फिर से शुरू करेंगे, जहां 14 महीनों से लड़ाई जारी है. उन्होंने इजरायल और हमास दोनों से बातचीत का आग्रह किया.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी कहा कि बाइडेन तुर्की, कतर, मिस्र और क्षेत्र के अन्य देशों से बातचीत करेंगे. हालांकि, गाजा में भी इसी तरह के समाधान की उम्मीद कम ही दिख रही है, क्योंकि इजरायली अधिकारी हमास के खिलाफ अपना हमला जारी रखने की बात कर रहे हैं.

हमास से क्यों युद्धविराम नहीं करेगा इजरायल
इजरायली कृषि मंत्री और आंतरिक सुरक्षा कैबिनेट के सदस्य अवि डिचर ने कहा, ‘गाजा फिर कभी इजरायल के लिए खतरा नहीं बनेगा… हम वहां एक निर्णायक जीत हासिल करेंगे. लेबनान अलग है.’

डिचर ने कहा कि गाजा में हमास की भविष्य में कोई भूमिका नहीं होगी. उन्होंने कहा, ‘हम लंबे समय तक गाजा में बने रहेंगे.’

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में बंधक बनाए गए 101 इजरायली नागरिकों को घर वापस लाने और हमास को खत्म करने का संकल्प लिया है. हमास ने अक्टूबर 2023 में दक्षिणी इजरायल पर बड़े पैमाने पर हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे.

तेल अवीव विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज के एक शोधकर्ता ओफर शेलह ने कहा कि नेतन्याहू गाजा में जंग खत्म करने के लिए अभी तैयार नहीं होंगे, क्योंकि उनकी सरकार में हमास के साथ संघर्षविराम का विरोध करने वाले कई मंत्री शामिल हैं. अगर वह हमास से संघर्षविराम पर बढ़ते हैं तो उनका गठबंधन अस्थिर हो सकता है.

हमास का क्या रुख है?
दूसरी ओर हमास ने उम्मीद जताई है कि हिजबुल्लाह के साथ युद्धविराम से गाजा में प्रगति हो सकती है. हमास के अधिकारी सामी अबू जुहरी ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि यह समझौता (हिजबुल्लाह के साथ) एक ऐसे समझौते का रास्ता खोलेगा जो गाजा में हमारे लोगों के खिलाफ नरसंहार के युद्ध को समाप्त करे.’

समूह ने इजरायली बंधकों के बदले में फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की मांग की है और गाजा से इजरायल की वापसी पर जोर दिया है. इन मागों पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत ठप है और दोनों एक-दूसरे पर गतिरोध के लिए आरोप लगा रहे हैं. जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से स्थिति और जटिल हो गई है. ट्रंप ने युद्ध समाप्त करने का वादा किया है, लेकिन फिलिस्तीनी सावधान हैं, क्योंकि उनका पिछला रुख इजरायल समर्थक रहा है.

Tags: Hamas onslaught connected Israel, Israel Iran War, Israel News

FIRST PUBLISHED :

November 27, 2024, 23:41 IST

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