Agency:Local18
Last Updated:January 27, 2025, 22:28 IST
World largest banyan tree: आंध्र प्रदेश के कदिरी गांव में स्थित थिम्मम्मा मारिमनु दुनिया का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ है. यह 2,500 साल पुराना है और 19,107 वर्ग मीटर में फैला है.
आंध्र प्रदेश के छोटे से गांव कदिरी में एक ऐसा पेड़ है, जो प्रकृति की अद्भुत देन है. इसे ‘थिम्मम्मा मारिमनु’ के नाम से जाना जाता है और यह दुनिया का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ है. यह पेड़ ना केवल अपने विशाल आकार बल्कि इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण भी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र है.
2,500 से ज्यादा साल पुराना इतिहास
थिम्मम्मा मारिमनु का इतिहास लगभग 2,500 साल पुराना माना जाता है. यह पेड़ अपनी विशालता और जड़ों की गहरी संरचना के कारण सबसे खास है. इसके फैलाव को देखकर ऐसा लगता है जैसे एक पूरा जंगल खड़ा हो. यह पेड़ करीब 19,107 वर्ग मीटर में फैला हुआ है और इसके कारण इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी जगह मिली है.
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
इस पेड़ को स्थानीय लोग बेहद पवित्र मानते हैं. कहा जाता है कि थिम्मम्मा नाम की एक महिला ने पति के निधन के बाद सती होकर इस स्थान को पवित्र बनाया था. यह पेड़ उसी घटना का प्रतीक है और इसे श्रद्धा से पूजा जाता है. हर साल यहां हजारों श्रद्धालु आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं.
पर्यटन का प्रमुख केंद्र
थिम्मम्मा मारिमनु न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है. दूर-दूर से लोग इसकी खूबसूरती और विशालता देखने आते हैं. यहां आकर पर्यटक इस पेड़ के नीचे समय बिताकर प्रकृति की गोद में सुकून का अनुभव करते हैं.
प्रकृति का संदेश
थिम्मम्मा मारिमनु हमें प्रकृति से जुड़ने और उसकी रक्षा करने का संदेश देता है. यह पेड़ यह भी दर्शाता है कि प्रकृति कितनी शक्तिशाली और सुंदर हो सकती है. आज के समय में, जब पेड़ और जंगलों की कटाई हो रही है, ऐसे स्थलों का संरक्षण बेहद जरूरी है.
पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण
इतने बड़े बरगद का पेड़ पर्यावरण के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है. यह पेड़ न केवल हजारों पक्षियों और जीवों का घर है, बल्कि यह वायुमंडल को स्वच्छ रखने में भी अहम भूमिका निभाता है.
First Published :
January 27, 2025, 22:28 IST