5 स्‍टार होटल ला रहा आईपीओ, पर निवेश से पहले जान लें राज की ये बात!

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हाइलाइट्स

लीला पैलेस होटल एंड रिजॉर्ट की मूल कंपनी आईपीओ ला रही है. कंपनी ने बाजार से 5,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी की है. अभी कंपनी पर 4,000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का कर्ज चल रहा है.

नई दिल्ली. शेयर बाजार में आईपीओ का बुफे लगा हुआ है. एक के बाद एक कंपनियां बाजार से धन जुटाने और छोटे निवेशकों तक पहुंच बनाने के लिए धड़ाधड़ आईपीओ जारी कर रही है. इस कड़ी में अब देश का नामी होटल भी जुड़ने जा रहा है. 5 स्‍टार होटल की शृंखला वाली इस कंपनी ने बाजार नियामक सेबी के पास अपना दस्‍तावेज भी जमा करा दिया है. कंपनी को बाजार से कुल 5,000 करोड़ रुपये जुटाने हैं.

दरअसल, लीला पैलेस होटल्स एंड रिसॉर्ट्स का परिचालन करने वाली कंपनी श्लॉस बैंगलोर लिमिटेड ने रविवार को आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिए 5,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास प्रारंभिक दस्तावेज दाखिल किए. यह होटल क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है.

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क्‍या है कंपनी का प्‍लान
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में दाखिल आरंभिक दस्तावेजों के अनुसार, कंपनी का प्रस्तावित आईपीओ 3,000 करोड़ रुपये मूल्य के इक्विटी शेयरों के नए निर्गम और प्रवर्तक प्रोजेक्ट बैलेट बैंगलोर होल्डिंग्स (डीआईएफसी) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन है.

भारी कर्ज से जूझ रही कंपनी
ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट द्वारा समर्थित श्लॉस बैंगलोर ने कहा कि नए निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी और उसकी अनुषंगी कंपनियों द्वारा लिए गए कर्ज को चुकाने तथा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा. दस्तावेजों से पता चलता है कि मार्च, 2024 तक कंपनी पर कुल 4,052.50 करोड़ रुपये का कर्ज था. कंपनी आईपीओ पूर्व नियोजन चरण में 600 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर सकती है. अगर ऐसा होता है, तो नए निर्गम का आकार कम हो जाएगा.

महामारी के बाद बढ़ा कारोबार
कोरोनाकाल में होटल उद्योग बड़े संकट में फंस गया था. लेकिन, महामारी के बाद से लीला पैलेस का कारोबार भी पटरी पर उतरा. वित्‍तवर्ष 2024 में इस कंपनी को 2.1 करोड़ रुपये का घाटा रहा, जो इससे पहले यानी 2023 में 61.7 करोड़ तो 2022 में 320 करोड़ रुपये का घाटा था. हालांकि, चालू वित्‍तवर्ष के पहले दो महीने में कंपनी का घाटा 36.4 करोड़ रुपये रहा. यह पिछले पूरे वित्‍तवर्ष के मुकाबले ही काफी ज्‍यादा दिख रहा. हालांकि, कंपनी का रेवेन्‍यू बढ़ रहा, जिसका मतलब है कि कारोबार में तेजी है. लोन की वजह से प्रॉफिट नहीं आ पा रहा.

Tags: Business news, IPO, Share market

FIRST PUBLISHED :

September 23, 2024, 10:34 IST

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