मुंबई-पुणे जैसे बड़े शहरों में IT सेक्टर का जाल बिछा है, जहां नौकरी पाना हर युवा का सपना होता है, लेकिन किसानों के बच्चों के लिए बड़े शहरों में जाकर नौकरी पाना आसान नहीं है. इस चुनौती को गांव के एक युवा ने अपने हौसले से पार किया है.दरअसल, अहिल्यानगर के रावसाहेब घुगे ने अपनी उच्च शिक्षा (Higher education) पूरी कर अमेरिका में एक शानदार सैलरी वाली IT नौकरी पाई, लेकिन कोरोना काल में जब वे अपने गांव लौटे, तो उन्होंने गांव के विकास के लिए कुछ करने का संकल्प लिया. उन्होंने अपने गांव मालराना में IT कंपनी स्थापित की, जिससे अब किसानों के बच्चे लाखों रुपये की नौकरी पा रहे हैं.
फोंड्या माला पर IT कंपनी BAAP की स्थापना
रावसाहेब घुगे ने अपने गांव में ‘BAAP (Business Application and Platforms)’ नाम की IT कंपनी शुरू की. इस कंपनी में पास के गांवों के किसानों के बच्चों को प्राथमिकता (Priority) दी गई है. अब किसान परिवारों के बच्चे अपने गांव में ही IT कंपनी में काम कर रहे हैं.
विशेष AI मॉडल का निर्माण
घुगे ने किसानों के बच्चों के लिए एक विशेष AI मॉडल विकसित किया है. इस मॉडल की मदद से गांव के शिक्षा तंत्र (the acquisition system) में सुधार हुआ है. यह मॉडल बच्चों के सवालों के तुरंत जवाब देता है. उन्होंने गांव के युवाओं को IT क्षेत्र की ट्रेनिंग देने के लिए एक केंद्र भी स्थापित किया है. यहां विभिन्न कोडिंग लैंग्वेज और IT क्षेत्र से जुड़े अन्य कौशल (IT Sector Skills) सिखाए जाते हैं.
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बता दें कि अब तक रावसाहेब घुगे ने 600 से ज्यादा युवाओं को ट्रेनिंग दी है और इनमें से 120 से अधिक युवाओं को नौकरी मिल चुकी है. पुणे की कुछ कंपनियां उनके साथ काम करने को भी तैयार हैं.इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि गांव के युवा शहरों में नौकरी के लिए न जाएं. वे अपने गांव में रहकर ही IT सेक्टर में काम कर सकें.
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 14:49 IST