मध्य प्रदेश को औद्योगिक हब बनाने के संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 24 से 30 नवंबर तक यूके और जर्मनी प्रवास पर रहेंगे। सीएम का यह विदेश दौरा मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई देने और वैश्विक निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर और रीवा में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के साथ मुंबई, बेंगलुरु, कोयंबटूर और कोलकाता में 4 रोड-शो की अभूतपूर्व सफलता के बाद, यह दौरा अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के बीच मध्य प्रदेश में निवेश अवसरों को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने का एक अभूतपूर्व प्रयास है।
उद्योग वर्ष 2025 के प्रदेश में निवेश बढ़ाने के उद्देश्य से सीएम मोहन यादव 6 दिवसीय इस विदेश यात्रा में यूके के लंदन, बर्मिंघम तथा जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट का दौरा करेंगे। इन स्थानों पर वे प्रदेश में निवेश और औद्योगिक सहयोग के अवसरों को बढ़ाने के लिये औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों और उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे।
ये है CM का 24-27 नवंबर का पूरा शेड्यूल-
- सीएम 24 नवम्बर को भोपाल से मुम्बई होते हुए लंदन के लिए रवाना होंगे तथा रात 8 बजे लंदन पहुंचेंगे। 25 नवंबर को वह वेस्टमिंस्टर स्थित ब्रिटिश संसद का दौरा करेंगे। यहां वह किंग्स क्रॉस और पुनर्विकास स्थलों भी दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री यादव लंदन में “फ्रेंड्स ऑफ़ मध्यप्रदेश’’ प्रवासी भारतीयों द्वारा आयोजित रात्रि-भोज कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसमें 400 से अधिक प्रवासी भारतीय सम्मिलित होंगे।
- 26 नवम्बर को ब्रेकफास्ट पर उद्योगपतियों एवं भारत के उच्चायुक्त श्री विक्रम के दोरईस्वामी से संवाद करेंगे। इसके बाद इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश, इंटरैक्टिव सेशन में लगभग 120 प्रतिभागियों से चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव लंच ब्रेक के बाद राउण्ड टेबल मीटिंग्स में इलेक्ट्रिक व्हीकल एवं ऑटो, एजुकेशन, रिन्युएबल एनर्जी और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर्स में निवेश पर चर्चा करेंगे। इसके बाद वह उद्योगतियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग करेंगे।
- 27 नवंबर को वह वारविक यूनिवर्सिटी का भ्रमण करेंगे। इसके बाद वारविक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप के डीन, फैकल्टी मेम्बर्स और शोधार्थियों से संवाद करेंगे। इसके बाद सीएम मोहन यादव बर्मिंघम हवाई अड्डे से जर्मनी के लिए प्रस्थान कर रात 8:20 बजे म्यूनिख पहुंचेंगे।
जर्मनी दौरे का पूरा शेड्यूल-
मुख्यमंत्री 3 दिवसीय यूके के दौरे के बाद 28 और 29 नवंबर को जर्मनी प्रवास पर रहेंगे। यात्रा के दौरान म्यूनिख और स्टटगार्ट में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
- 28 नवंबर को वह सुबह बवेरिया राज्य सरकार के नेताओं और म्यूनिख में कौंसुल जनरल ऑफ इंडिया से चर्चा करेंगे। इसके बाद डॉ. यादव SFC Energy का भ्रमण करेंगे। वे बेयरलोचर ग्रुप द्वारा आयोजित लंच में शामिल होंगे। वह इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्य प्रदेश, इंटरैक्टिव सेशन में शामिल होंगे, जिसमें कौंसुल जनरल ऑफ इंडिया, सीआईआई और इन्वेस्ट इंडिया, इंडो जर्मन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। इसमें लगभग 80 प्रतिनिधियों से मध्यप्रदेश में निवेश संबंधी चर्चा होगी।
- डॉ. यादव इन्टरैक्टिव सेशन के बाद उद्योग प्रतिनिधियों से वन-टू-वन मीटिंग में भी निवेश संबंधी चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव "फ्रेंड्स आफॅ एमपी" के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमे लगभग 100 प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव कौंसुल जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित रात्रि भोज में शामिल होंगे।
- 29 नवम्बर को स्टटगार्ट स्थित LAPP Group की फैक्ट्री का दौरा करेंगे और अधिकारियों से निवेश संबंधी चर्चा करेंगे। उद्योग प्रतिनिधियों से “इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटिज इन मध्यप्रदेश’’ विषय पर राउंडटेबल मीटिंग होगी, जिसमें लगभग 20 प्रतिनिधि शामिल होंगे। सीएम यादव स्टटगार्ट के स्टेट म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री का भ्रमण भी करेंगे। यह म्यूजियम जर्मनी का एक प्रमुख प्राकृतिक ऐतिहासिक म्यूजियम है, जिसमें प्राचीन जीवाश्म और डायनासोर के अवशेषों का विशाल संग्रह है। म्यूजियम की स्थापना 1791 में हुई थी, इसमें 11 मिलियन से अधिक वस्तुएं संग्रहित है। यह जर्मनी का सबसे बड़ा म्यूजियम है। इसके बाद वह फ्रैंकफर्ट के लिए रवाना होंगे। वे फ्रैंकफर्ट से रात 8 बजे नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
विश्व पटल पर MP को पहचान दिलाएगी यह यात्रा
सीएम मोहन यादव की यह रणनीतिक विदेश यात्रा मध्य प्रदेश के लिए निवेश आकर्षित कर राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने तथा विश्व पटल पर उद्योग के क्षेत्र में मध्य प्रदेश को पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभायेगी। यह यात्रा मध्य प्रदेश में निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखी जा रही है। उनकी यह यात्रा राज्य में निवेशकों का भरोसा मजबूत करेगी और औद्योगिक विकास को गति प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री का यह विदेश दौरा मध्यप्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के विश्वास को सुदृढ़ करेगा और औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगा, जिससे प्रदेश में एक समृद्ध औद्योगिक वातावरण का निर्माण संभव हो सकेगा।