बहनों के साथ धोखा.
आकाश निषाद / जबलपुर : मध्यप्रदेश के जबलपुर में सहायता समूह की बहनों को कोदो-कुदकी से बिस्कुट बनाने के लिए लोन दिलाया गया था, लेकिन आला अधिकारी और व्यापारी की साठ-गांठ ने बहनों के अरमान में पानी फेर दिया. क्योंकि जिन मशीनों को स्वसहायता समूह की बहनों को दिलाया गया, वह मशीन आधी कीमत की भी नहीं थी. उल्टा मेड इन चाइना के साथ ही 2 लाख की मशीन मात्र 22 हजार की थी. लिहाजा पूरे मामले को लेकर लोकल 18 ने ग्राउंड जीरो में जाकर स्वसहायता की बहनों का दर्द समझा था. जहां जबलपुर कलेक्टर ने टीम का गठन किया था.
जिन्होंने मामले की बकायदा जांच कर अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी थी. वहीं रिपोर्ट मिलने के बाद जबलपुर कलेक्टर ने जिला प्रबंधक लघु उद्यमिता विकास और प्रभारी जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण आजीविका मिशन अखिल शुक्ला को नोटिस जारी किया है और नोटिस जारी कर पूछा है क्यों न आपकी सेवा समाप्त कर दी जाए….लिहाजा अब जिला परियोजना प्रबंधक अधिकारी अखिल शुक्ला को 29 नवंबर को अपना पक्ष रखना होगा.
जांच कमेटी ने स्पष्ट किया है की अखिल शुक्ला ने सप्लायर की मिलीभगत से तिलसानी के सरस्वती आजीविका मिशन को वाटरशेड आजीविका मद और बैंक के माध्यम से घटिया मशीन अधिक कीमत पर उपलब्ध कराई थी. जिसके चलते सप्लायर की मदद से मिलीभगत कर 2 लाख 53 हजार की कुकीज मेकिंग यूनिट को 10 लाख 6 हजार में बहनों को थमा दिया गया था.
जबलपुर कलेक्टर बोले, प्रशासन की छवि हुई धूमिल
जबलपुर कलेक्टर का कहना है कि महिला स्वसहायता समूह की बहनों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने और प्रशासन की छवि धूमिल करने के इस मामले पर अपनी सफाई रखने का अवसर दिया है. बहरहाल अब देखना होगा की बहनों के साथ धोखाधड़ी करने के बाद अब जिला परियोजना प्रबंधक किस तरीके से सफाई देते हैं और अपना बचाव करते हैं.
समूह की दीदी बोली; हमारा आगे क्या होगा…
हालांकि आजीविका मिशन की बहनों का कहना है कि कलेक्टर की कार्रवाई से संतुष्ट हैं. लेकिन ऐसे अधिकारी पर कार्रवाई होने के साथ ही हमारे बारे में भी सोचना होगा. हम अब इन मशीनों का क्या करेंगे? इन मशीनों को बदलकर हमें नई मशीन उपलब्ध कराई जाए या फिर हमारा लोन माफ की जाए. जिससे हमें न्याय मिल सकेगा.
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FIRST PUBLISHED :
November 22, 2024, 22:50 IST