30दुनिया में कई तत्व या खनिज बहुत मुश्किल से मिलते हैं और कुछ तत्व तो ऐसे हैं जो पृथ्वी पर मिलते ही नहीं हैं. पर एक अनोखा खनिज ऐसा भी है जो पृथ्वी के इतिहास में अब तक एक ही बार मिला है और इसके अलावा कहीं और नहीं मिला है. हालत ये है कि अभी तक इसकी कीमत तक नहीं आंकी जा सकी है इसके दुर्लभ खनिज के रूप में पहचान की कहानी भी कम रोचक नहीं है, क्यों यह तय करना भी आसान नहीं था कि क्याटूआइट नाम का यह दुनिया का सबसे दुर्लभ खनिज है.
कैसा दिखता है ये खनिज
क्याटूआइट एक छोटा सा केवल 1.61 कैरट यानी एक तिहाई ग्राम का खनिज है पहली बार देखने से यह टोपाज या पुखराज जैसा लगेगा या फिर यह एम्बर (गोंद जैसा सख्त पदार्थ) जैसा लगेगा.लेकिन यह असल में ये दोनों ही नहीं है. इस पत्थर को साल 2010 में म्यांमार के चाऊंग-गी बाजार से रत्नविशेषज्ञ क्वा क्यॉ थू ने खरीदा था, जिन्हें लगा कि यह कच्चे रत्न एक खनिज है जिसे शेलाइट कहा जाता है. लेकिन जब उन्होंने पत्थर को देखा, तो उन्हें एहसास हुआ कि वे कुछ असामान्य देख रहे हैं.
लैब में पता चल सकी सच्चाई
किसी भी ज्ञात खनिज से खनिज का मिलान न कर पाने के कारण क्या थू ने इसे बैंकॉक, थाईलैंड में जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ अमेरिका (GIA) लैब में भेज दिया. वहां, खनिजविज्ञानी ने पत्थर का सिंथेटिक BiSbO4 – बिस्मथ एंटीमोनेट से संबंध पाया, जबकि इसके सूत्र कुछ ऐसा था जो कुदरती तौर पर पहले कभी देखने को नहीं मिली थी.
यह पत्थर ज्वालामुखी चट्टान में बना था जिसमें कई दुर्लभ तत्व मिले हुए हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
पहले कभी नहीं देखा गया ऐसा खनिज
क्यॉ थू ने म्यामांर टाइम्स को साल 2016 में बताया था कि यह दुनिया में पहला था और यह किसी दूसरे देश में नहीं देखा गया था. थू को शुरू से ही वह कुछ अजीब सा पत्थर लगा था जब वे इसे खरीद रहे थे. यंगून पहुंच कर उन्होंने इसकी पड़ताल करने पर पाया कि यह किसी दूसरे रत्न की तरह नहीं है. उन्हें खुद इस पत्थर के बारे में जानकारी नहीं थी, इसका अजीब सा नारंगी रंग था जिसमें लालिमा था और सफेद चमक भी थी. लेकिन यह साफ था कि यह कुदरती तौर पर ही बना था.
किसी चट्टान का हिस्सा है खनिज?
भूगर्भशास्त्री सोचते हैं कि यह पत्थर आग्नेय चट्टान से निकला था और इसमें पैग्मैटाइट नाम की आम ज्वालामुखी चट्टान की हिस्सा था. यह उस हिस्से में ज्यादा मिलते हैं जहां पर यह पत्थर पाया गया था. ग्रेनाइट की तरह पेग्मैटाइट की संरचना भी कुछ फ्रूट केक की तरह दिखती है जिसमें कई अलग खनिज मिलते हैं, पेग्मैटाइट में बड़े क्रिस्टल मिलना आम बात है. क्याटूआइट में टाइटेनियम, नियोबियम, टंगस्टन और यूरेनियम के निशान पेग्माटाइट गठन से मेल खाते हैं. इसके अलावा, प्रयोगशाला में किए गए प्रयोगों से पता चलता है कि बिस्मथ एंटीमोनाइट क्रिस्टल ठंडे मैग्मा के तापमान के मेल खाते हुए उच्च तापमान पर बनते हैं.
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यह खनिज इतना दुर्लभ लगता है, कि यह कुछ खास हालात में ही बन पाएगा. लेकिन यह पता नहीं चला है कि ऐसे हालात क्या हैं. फिलहाल क्याटूआइट की कीमत कितनी है यह साफ नहीं हुआ है और इसे बेशकीमती खनिज के रूप में बताया गया है. वहीं दुनिया का दूसरा सबसे दुर्लभ रत्न, पेनाइट नामक खनिज, प्रति कैरेट 42 से 50 लाख रुपये के मूल्य है. दुनिया का यह एकमात्र ज्ञात क्याटूआइट का टुकड़ा फिलहाल लॉस एंजिल्स काउंटी के राष्ट्रीय इतिहास संग्रहालय में सुरक्षित रूप से रखा गया है.
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FIRST PUBLISHED :
November 30, 2024, 08:01 IST