भोपाल. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की परंपरागत बुधनी सीट पर हो रहे उपचुनाव में उनके बेटे कार्तिकेय को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है. बुधनी में 13 नवंबर को वोटिंग है. टिकट नहीं मिलने पर कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि उनके लिए यही सौभाग्य की बात है कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका नाम पैनल तक पहुंचाया. बहरहाल कार्तिकेय को टिकट नहीं मिलने के बाद कांग्रेस ने ये कहना शुरू कर दिया है कि ये इस बात का संदेश है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव स्थापित हो चुके हैं. कई दिनों से सवाल उठ रहे थे कि बुधनी में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की विरासत को कौन आगे बढ़ाएगा?
बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव की तस्वीर पूरी तरक साफ हो गई है. बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सांसद बनने से खाली हुई बुधनी सीट से कांग्रेस ने राजकुमार पटेल को टिकट दिया है. बीजेपी ने शिवराज के करीबी माना जाने वाले रमाकांत भार्गव पर दांव लगाया है.
सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
बुधनी से 2023 में एक लाख से ज्यादा वोटों से तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जीत हासिल की थी. शिवराज सिंह लगातार 5 बार बुधनी से विधायक रहे. 2006 के बाद पहला मौका है जब केंद्रीय मंत्री शिवराज या उनके परिवार का कोई सदस्य बुधनी के चुनावी मैदान में नहीं है. टिकट मिलने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चुटकी ली थी कि क्या कार्तिकेय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशीर्वाद दे दिया. कांग्रेस ने विजयपुर से मुकेश मल्होत्रा को मैदान में उतारा है. लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए मंत्री रामनिवास रावत बीजेपी के प्रत्याशी है.
कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि दादा रमाकांत भार्गव पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. जहां तक मेरा सवाल है पैनल में नाम जाने का, मैंने कभी इस इच्छा के साथ काम नहीं किया कि मुझे टिकट मिले. बुदनी के लोगों के पास जाने के लिए मुझे किसी भी टिकट की जरूरत नहीं है. मैंने कार्यकर्ता के रूप में काम किया है. हम सभी विचारधारा से जुड़े लोग हैं. मेरे लिए इससे बड़ा सौभाग्य नहीं हो सकता कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेरे नाम को आगे बढ़ाया, पैनल तक पहुंचाया. मेरे लिये इतना ही काफी है.
कांग्रेस प्रवक्ता मुकेश नायक ने कहा कि ये तो पहले ही इन लोगों ने तय कर रखा था कि शिवराज सिंह के परिवार को टिकट नहीं मिलेगी. मध्य प्रदेश में ये संदेश जाएगा कि मोहन यादव मध्य प्रदेश में एस्टेब्लिश मुख्यमंत्री हैं. इसके चलते बीजेपी 3 भागों में बंट गई है. वर्तमान में शिवराज सिंह चौहान एमपी में कमजोर पड़ते दिखाई दे रहे हैं.
Tags: Assembly by election, CM Shivraj Singh Chouhan, Mp news
FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 16:05 IST