इंजीनियर की गांधीगिरी, पेड़ के नीचे लगाया ऑफिस, बताई चौंकाने वाली वजह

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 सतना में महिला इंजीनियर ने लगाए गंभीर आरोप.MP News: सतना में महिला इंजीनियर ने लगाए गंभीर आरोप.

सतना. मध्य प्रदेश के सतना से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला सिविल इंजीनियर ने कुछ ऐसा कर दिया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल, कोटर नगर परिषद में लेडी सिविल इंजीनियर ने एक पेड़ के नीचे ही अपना ऑफिस जमा लिया है. महिला अधिकारी ने पेड़ के नीचे बैठकर कामकाज करने लगी. इतना ही नहीं महिला इंजीनियर ने गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बैठने की जगह नहीं दे रहे हैं. ऑफिस में बैठन की जगह नहीं है. इतना ही नहीं महिलाओं के लिए कोई टॉयलेट नहीं है. बिल्डिंग में 2 कमरे हैं. उसमें ताला लगाकर रखा जाता है.

पूरा मामला मध्य प्रदेश के सतना जिले के कोटर नगर परिषद का है. महिला इंजीनियर कुछ महीनों से यहां पदस्थ हैं. अब नगर परिषद में महिला इंजीनियर के इस कदम को लेकर बवाल मच गया है.

महिला सिविल इंजीनियर ने लगाया गंभीर आरोप

महिला सिविल इंजीनियर ने कहा कि चैंबर नहीं मिलने पर मैं रोड पर बैठ जाऊंगी. सतना के कोटा नगर परिषद का कार्यालय ना होने के कारण महिला सिविल इंजीनियर एक पेड़ के नीचे अपना काम काज करने को मजबूर है. वर्तमान में नगर परिषद का कार्यालय एक सामुदायिक भवन में चल रहा, लेकिन अध्यक्ष और सीएमओ महिला सिविल इंजीनियर को बैठने की जगह तक नहीं दे रहे है. भवन में 2 कमरे हैं जिन पर आए दिन अध्यक्ष और सीएमओ ताला लगाकर चले जाते हैं. कोटा नगर परिषद की सिविल इंजीनियर प्रियंवदा सिंह कुछ महीनों से यहां पदस्थ है. हैरानी की बात तो यह है कि कोटर नगर परिषद के पास एक भवन तक नहीं है. सामुदायिक भवन में नगर परिषद का कार्यालय चलाया जा रहा है.

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सामुदायिक भवन में जो भी कमरे हैं एक पर अध्यक्ष तो एक पर सीएमओ ने अपना चैंबर बना रखा है. बाकी का जो कमरा है उस पर नगर परिषद के अन्य कर्मचारी और स्टोर रूम बनाया गया. प्रियंबदा सिंह ने पेड़ के नीचे अपनी टेबल कुर्सी लगाकर काम करने की वजह जो बताई है वह बेहद शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों तक वह अध्यक्ष के चेंबर पर ही बैठकर अपना कामकाज करती थी, लेकिन अध्यक्ष राजमणि पटेल ने उन्हें अपने चैंबर से बाहर निकाल दिया है. परेशान करने के लिए चेंबर में ताला लगा दिया जाता है. परेशान होकर सामुदायिक भवन के बाहर ही महिला सिविल इंजीनियर ने अपनी टेबल लगा ली है और सरकारी कामकाज कर रही है. यही नहीं महिला सशक्तिकरण के तमाम सरकारी दावे और वादों की उन्होंने पोल भी खोल कर रख दी है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में आज भी महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा. नगर परिषद अध्यक्ष राजमणि पटेल ने कहा कि इस मामले पर उनको कोई जानकारी नहीं है कि आखिर महिला इंजीनियर दफ्तर से बाहर क्यों चली गई है.

Tags: Mp news, Satna news

FIRST PUBLISHED :

October 24, 2024, 12:46 IST

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