Last Updated:February 06, 2025, 19:32 IST
Gig Workers Pension Schemes: गिग वर्कर्स के तहत आने वाले ओला-उबर ड्राइवर, जोमैटो-स्विगी डिलीवरी बॉय, स्ट्रीट वेंडर्स और कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले मजदूरों के लिए एक और खुशखबरी आई है. श्रम मंत्रालय असंगठित क्ष...और पढ़ें
नई दिल्ली. देश में अब गिग वर्कर्स के तहत आने वाले ओला-उबर ड्राइवर, जोमैटो-स्विगी डिलीवरी बॉय, स्ट्रीट वेंडर्स और कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले डेली वेज वाले मजदूरों के लिए खुशखबरी है. बजट 2025 में एक करोड़ गिग वर्कर्स को ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और आयुष्मान भारत स्कीम के तहत स्वास्थ्य बेनिफिट मिलने के बाद सरकार अब पेंशन स्कीम का भी लाभ देने जा रही है. असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों में अब पार्ट टाइम जॉब करने वाले डिलीवरी बॉय और ओला-उबर के ड्राइवरों को भी पेंशन का पैसा कटेगा.
श्रम मंत्रालय बीते एक साल से इस योजना पर काम कर रही थी. श्रम और रोजगार मंत्रालय बहुत जल्द ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के माध्यम से गिग और प्लेटफॉर्म श्रमिकों को पेंशन लाभ देने के लिए एक नीति को मोदी कैबिनेट में लेकर आएगी. इस व्यवस्था के तहत कर्मचारी भविष्य निधि अब ओला, उबर के साथ-साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर काम करने वाली ई-कॉमर्स कंपनियों के श्रमिकों की आय पर हर लेनदेन पर कुछ प्रतिशत के रूप में सामाजिक सुरक्षा अंशदान काटेगी. इसके लिए श्रम मंत्रालय जल्द ही यह पेंशन योजना लाने के लिए कैबिनेट की मंजूरी मांगेगा.
इन मजदूरों को भी मिलेंगे अब पेंशन स्कीम का लाभ
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार ने एक करोड़ गिग वर्कर्स के लिए पीएम स्वनिधि योजना जैसी स्कीम को नया रूप देते हुए सोशल सिक्योरिटी स्कीम के तहत ई-श्रम पोर्टल में शामिल किया था. मोदी सरकार अब गिग वर्कर्स के लिए 30,000 रुपये का UPI-लिंक्ड क्रेडिट कार्ड भी जारी करेगी. पिछले साल ही श्रम मंत्रालय ने एक ड्राफ्ट तैयार कर फाइनेंशियल अप्रूवल के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा था. गिग एंड प्लेटफॉर्म लेबर एक्ट आ जाने के बाद इन श्रमिकों को कई तरह के लाभ मिलने शुरू हो जाएंगे. मसलन उनको काम करने के बदले सुरक्षा की गारंटी होगी, दुर्घटना बीमा का लाभ उनके परिजनों को मिलेगा. काम करने के घंटे तय होंगे.
बता दें कि गिग वर्कर में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले ज्यादातर श्रमिक स्वतंत्र रूप से ठेके पर काम करने वाले कर्मचारी होते हैं. इनमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले लोग, डिलिवरी सेवाएं, टैक्सी सेवाएं, कॉल पर सुधार कार्य करना जैसी बहुत सी सेवाएं शामिल होती हैं. भारत में इन दिनों इस क्षेत्र में लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. फूड डिलिवरी करने वाले या ओला ऊबर जैसी टैक्सी चलाने वाले लोग गिग कर्मचारी की श्रेणी के माने जाते हैं.
First Published :
February 06, 2025, 19:32 IST