तेलंगाना: किन्नरों को देखते ही लोग दूर भाग जाते हैं. समाज में बहुत से लोग उन्हें नीची नज़र से देखते हैं, उनका मज़ाक उड़ाते हैं और उनकी उपेक्षा करते हैं. फिर भी किन्नर समाज की भलाई की कामना करते हैं. लोग उन्हें दूर रखें, पर वे मानवता दिखाते हुए लोगों के लिए पूजा-पाठ करते हैं. वे कहते हैं कि भले ही हम आपको ज़रूरी न लगें, पर आप हमारे लिए ज़रूरी हैं. वे लोगों की भलाई के लिए रात-रात भर जागकर पूजा करते हैं.
भद्राचलम की समस्या
भद्राद्री कोठागूडेम जिले के भद्राचलम क्षेत्र में हर साल बेमौसम बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान होता है. खासकर भद्राचलम शहर में बाढ़ का पानी आने से शहरवासी परेशान होते हैं. दक्षिण की अयोध्या कहे जाने वाले श्री सीतारामचंद्र स्वामी के दर्शन के लिए आने वाले भक्त भी कठिनाइयों का सामना करते हैं. इसी क्रम में गोदावरी के तटबंध को मज़बूत करने और बाढ़ से भद्राद्री शहरवासियों की रक्षा के लिए भद्राद्री कोठागूडेम जिले के भद्राचलम शहर के कई किन्नरों ने विशेष पूजा की.
समाधान की कोशिश
इन बाढ़ों से स्थायी बचाव के लिए वर्तमान में भद्राद्री शहर में सुरक्षा के रूप में मौजूद गोदावरी के तटबंध को और मज़बूत करने और बढ़ाने का प्रस्ताव कई सालों से चल रहा है. इस संदर्भ में उन्होंने 24 घंटे का कठिन उपवास रखा और रात भर जागरण किया. मांगलिक वाद्यों के साथ भद्राचलम शहर की गोदावरी के तट तक जुलूस निकाला. एक किन्नर को मातंगी का रूप देकर, हरे वस्त्र पहनाकर, चांदी के बर्तन में दूध लेकर गोदावरी में अर्पित किया और प्रार्थना की. इस अवसर पर भद्राचलम क्षेत्र की किन्नर गुरु सना मलिक ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि भद्राचलम शहर के लोगों की भलाई के लिए पूजा की गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि किन्नरों द्वारा लोगों की भलाई के लिए जागरण और विशेष पूजा करना खुशी की बात है.
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FIRST PUBLISHED :
October 24, 2024, 18:35 IST