Agency:Local18
Last Updated:January 24, 2025, 22:45 IST
Cyber crime: कर्नाटक के विजयनगर में साइबर अपराधियों ने BDCC बैंक की RTGS/NEFT प्रणाली को निशाना बनाकर 2.34 करोड़ रुपये चुरा लिए. चोरी का पता 10 जनवरी 2025 के ऑनलाइन ट्रांसफर में गड़बड़ी के बाद चला.
कर्नाटक के विजयनगर जिले में एक बड़ी साइबर चोरी का मामला सामने आया है, जहां साइबर अपराधियों ने बल्लारी जिला सहकारी केंद्रीय (BDCC) बैंक से 2.34 करोड़ रुपये उड़ा लिए. यह घटना तब उजागर हुई जब बैंक की कई शाखाओं ने रिपोर्ट की कि 10 जनवरी 2025 से ग्राहकों के खातों में ऑनलाइन जमा किए गए पैसे नहीं पहुंच रहे थे.
RTGS/NEFT प्रणाली को बनाया निशाना
पुलिस की जांच में पता चला कि अपराधियों ने बैंक की RTGS/NEFT लेनदेन प्रणाली को निशाना बनाकर यह चोरी की. प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि 10 जनवरी को BDCC बैंक से IDBI बैंक में धन हस्तांतरण के दौरान XML फाइलों में खाता संख्या और IFSC कोड बदल दिए गए थे.
25 अलग-अलग खातों में गया धन
हैरानी की बात यह रही कि इस हेरफेर में लाभार्थियों के नाम नहीं बदले गए थे. लेकिन राशि उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में 25 अलग-अलग खातों में जमा हो गई. जांच से पता चला कि 5 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन को अन्य खातों में ट्रांसफर किया गया.
RTGS/NEFT सेवाएं निलंबित, पुलिस में शिकायत
घटना की गंभीरता को देखते हुए बैंक ने अपनी RTGS/NEFT सेवाओं को तत्काल निलंबित कर दिया और होसापेटे टाउन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. बाद में इस मामले को बल्लारी CEN (साइबर, आर्थिक, मादक पदार्थ) पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया.
साइबर ठगी के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने इस मामले में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है. फिलहाल, पुलिस साइबर अपराधियों का पता लगाने और चुराए गए धन की रिकवरी के लिए प्रयासरत है.
बढ़ते साइबर अपराध: सावधानी जरूरी
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि डिजिटल बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित बनाना और सतर्कता बरतना कितना जरूरी है. ग्राहकों और बैंकों को अपनी साइबर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके.
First Published :
January 24, 2025, 22:45 IST