Last Updated:January 23, 2025, 23:13 IST
गाजा में हमास लड़ाकों की फिर से मौजूदगी ने इजरायल को झकझोर दिया है, जो 470 दिनों की बमबारी के बावजूद उन्हें खत्म नहीं कर सका. इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हमास के सफाए का दावा किया था.
हाइलाइट्स
- हमास लड़ाकों की गाजा में फिर से मौजूदगी.
- इजरायल की 470 दिनों की बमबारी निरर्थक साबित.
- हमास ने 6,000 नए लड़ाकों की भर्ती की.
गाजा. गाजा में हमास लड़ाकों की फिर से हर जगह दिख रही मौजूदगी ने इजरायल को झकझोर कर रख दिया है. हमास लड़ाकों की फिर से मौजूदगी ने साबित कर दिया है कि 470 दिनों की लगातार बमबारी और जमीनी हमले ज्यादातर निरर्थक रहे हैं. युवाओं की जय-जयकार के बीच हमास के लड़ाकों की फिर से मौजूदगी उन इजरायली नेताओं को लगातार परेशान करती रहेगी, जो इस भ्रम में थे कि वे उन लड़ाकों को खत्म कर सकते हैं, जिन्होंने अपने अधिकारों के लिए कई दशकों से संघर्ष किया है. हमास लड़ाकों की फिर से मौजूदगी ने साबित कर दिया है कि फिलिस्तीनी कभी भी आजादी और न्याय के अपने अधिकारों को नहीं छोड़ेंगे.
19 जनवरी और आगे भी सामने आने वाले ऐसे ही नजारे इजरायली कब्जे वाले शासन के इतिहास में काले दिनों के रूप में दर्ज किए जाएंगे. कब्जा करने वालों को अपने दिमाग में इन अपमानजनक नजारों के साथ जीना होगा. इसके अलावा उनके पास और कोई रास्ता नहीं है. इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हमास के लड़ाकों को पूरी तरह से खत्म करने का वादा किया था. तेहरान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब वे बुरी तरह शर्मिंदा और लज्जित महसूस कर रहे होंगे.
इजरायल ने किया था हमास के सफाए का दावा
इजरायल के सैन्य प्रमुख हर्जी हलेवी ने मार्च की शुरुआत में घोषणा की थी कि वे इस्तीफा दे देंगे क्योंकि सेना 7 अक्टूबर के हमले को रोकने में विफल रही थी. उनको भी अपने शेष जीवन में इन अपमानजनक तस्वीरों के साथ जीना होगा. 7 अक्टूबर के हमले की पहली बरसी के अवसर पर सैनिकों को भेजे गए एक पत्र में, उन्होंने दावा किया था कि इजरायली सेना ने हमास की सैन्य शाखा को हरा दिया है और इसकी क्षमताओं को नष्ट करने के लिए लड़ाई जारी रखी है.
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हमास के लड़ाकों की भर्ती तेज
जबकि इजरायल के अंदर और बाहर के एक्सपर्ट और सैनिक एक्सपर्ट चेतावनी दे रहे थे कि हमास के लड़ाकों को हराना असंभव था, जो अपनी छीनी हुई जमीन के लिए अपने जीवन का बलिदान करने के लिए पूरे दिल से तैयार थे. ये चेतावनियां गाजा में नरसंहार के दिनों में सुनाई गईं, लेकिन राजनीतिक और सैन्य अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी. यूरोपीय काउंसिल फॉर फॉरेन रिलेशंस (ईसीएफआर) नामक थिंक टैंक के मुताबिक हमास ने करीब 6,000 लड़ाकों को खो दिया है, लेकिन ऐसा लगता है कि वे अपने रिजर्व से लगभग 6,000 सदस्यों की भर्ती कर रहे हैं.
First Published :
January 23, 2025, 23:13 IST