आजकल हाई कोलेस्ट्रॉल के नाम से ही लोग डरने लगे हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक और स्ट्रोक का बड़ा कारण बन रहा है। इस खतरे से बचने के लिए सबसे पहले आप ये जान लीजिए कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल कितने प्रकार का होता है। हमारे शरीर में 2 तरह का कोलेस्ट्रॉल होता है एक गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल। गुड कोलेस्ट्रॉल को हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) और बैड कोलेस्ट्रॉल को लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) कहते हैं। इसके अलावा ब्लड में ट्राइग्लिसराइड्स का भी नॉर्मल होना जरूरी है। जब शरीर में टोटल कोलेस्ट्रॉल की रेंज बढ़ती है और खासतौर से बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है तो इससे कई समस्याएं तेजी से पनपने लगती हैं।
कोलेस्ट्रॉल क्या है और ये कैसे बढ़ता है?
कोलेस्ट्रॉल हमारे खून में एक तरह का चिपचिपा और मोम जैसा पदार्थ होता है। जब खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है तो ये खून की धमनियों में जमने लगता है। इससे धमनियां सिकुड़ जाती हैं और खून का संचार प्रभावित होता है। जब खून धीरे फ्लो होता है तो हार्ट और ब्रेन तक पहुंचने में मुश्किल आने लगती है। जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाता है। खराब खानेपीने, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और कम फिजिकल एक्टिविटी के कारण कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है।
कोलेस्ट्रॉल की नॉर्मल और हाई रेंज क्या है?
डॉक्टर की मानें तो बैड कोलेस्ट्रॉल 100 mg/dL से अगर कम है तो ये नॉर्मल है। अगर ये 130 mg/dL या उससे ज्यादा है तो इसे बॉर्डर लाइन माना जाता है। जब यही लेवल 160 mg/dL से भी ऊपर चला जाता है तो खतरनाक हो जाता है। वहीं गुड कोलेस्ट्रॉल 60 mg/dL या इससे ज्यादा हो तो ये नॉर्मल है। 40 mg/dL से कम है तो इसे बहुत लो माना जाता है। इससे हार्ट हेल्थ पर असर पड़ सकता है। दोनों कोलेस्ट्रॉल का टोटल 200 mg/dL या इससे कम होना चाहिए। इसे नॉर्मल रेंज माना जाता है। अगर कोलेस्ट्रॉल 240 mg/dL है तो ये आपके लिए बॉर्डर लाइन है। 240 से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल को खतरनाक माना जाता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल से क्या खतरा होता है?
शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल 190 mg/dL से ऊपर हो तो आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। ये आपके लिए डेंजर कंडीशन है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। वहीं जिनका टोटल कोलेस्ट्रॉल 240 से ऊपर है तो ये स्थिति आपके लिए अलार्मिंग है। वहीं ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा 150 mg/dL से ज्यादा है तो ये भी खतरनाक है। इससे आपके हार्ट पर बुरा असर पड़ सकता है।