Israel Iran War: ईरान ने इजरायल पर 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी. ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स इस हमले को इंतजाम करार दे रही है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान ने सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई (Ali Khamenei) की हरी झंडी मिलने के बाद इजरायल पर अटैक किया. खामेनेई, ईरान के सबसे पावरफुल शख़्स हैं. मिलिट्री से लेकर इकोनॉमी और डिप्लोमेसी तक में उन्हीं की चलती है. एक तरीके से अयातुल्ला अली खामेनेई की मंजूरी के बिना ईरान में एक पत्ता तक नहीं हिलता.
कौन हैं अयातुल्ला अली खामेनेई (Who is Ayatollah Ali Khamenei)
अयातुल्ला अली खामेनेई ईरान के आध्यात्मिक नेता और सुप्रीम लीडर हैं. अयातुल्ला एक पदवी है. 85 साल के खामेनेई को साल 1989 में ईरान के संस्थापक अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी की मृत्यु के बाद सर्वोच्च नेता चुना गया. तब से ईरान में उन्हीं की चलती है. खामेनेई का जन्म साल 1939 में ईरान के उत्तर-पूर्वी शहर मशहद में हुआ. उनके पिता शिया धार्मिक गुरु थे. खामेनेई की शुरुआती पढ़ाई लिखाई मशहद के मदरसों में हुई. इसके वे क़ोम शहर चले गए, जिसे शिया बहुत पवित्र मानते हैं.
अयातुल्ला अली खामेनेई, साल 1962 में शाह मोहम्मद रेजा पहलवी के खिलाफ़ अयातुल्ला खुमैनी के आंदोलन में शामिल हो गए. फिर उनके अनुयायी बन गए. खामेनेई तमाम मौकों पर कहते रहे हैं कि उन्होंने जो कुछ भी सीखा है वो खुमैनी के इस्लामिक दृष्टिकोण से लिया है. शाह मोहम्मद रेजा पहलवी के खिलाफ आंदोलन में खामेनेई कई बार जेल भी गए. साल 1979 में इस्लामी क्रांति (Islamic Revolution) के बाद जब ईरान को चलाने के लिए अंतरिम सरकार के साथ-साथ रिवोल्यूशनरी काउंसिल (Revolutionary Council) का गठन हुआ तो खामेनेई को इसमें जगह मिली.
बाद में वे ईरान के डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर बने और इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (IRGC) को संगठित करने में ताकत झोंकी. जो अब ईरान की रीढ़ है.
कैसे होता है सुप्रीम लीडर का चुनाव
ईरान के संविधान के मुताबिक सुप्रीम लीडर या सर्वोच्च नेता “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की नीतियो के निर्धारक” होते हैं. इसका मतलब है कि सुप्रीम लीडर ही ईरान की घरेलू और विदेशी नीतियों की दिशा और दिशा निर्धारित करते हैं. ईरान के संविधान में कहा गया है कि शिया मौलवियों का परिषद उस शख़्स को सुप्रीम लीडर चुनेगा जिसे ‘मरजा-ए-तक़लीद’ का पद हासिल हो. एक तरीके से यह शिया मौलवियों के बीच सबसे सर्वोच्च पद है. हालांकि जून 1989 में जब खोमैनी के निधन के बाद खामेनेई सुप्रीम लीडर चुने गए तब तक वो ‘मरजा-ए-तक़लीद’ नहीं थे.
जानलेवा हमला और एक हाथ हो गया पैरालाइज
जून 1981 में, तेहरान की एक मस्जिद में बम धमाका हुआ. खामेनेई इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए. हमले का आरोप वामपंथी विद्रोही समूह पर लगा. इस हमले में उनका दाहिना हाथ पैरालाइज हो गया. दो महीने बाद उसी विद्रोही गुट ने ईरानी के राष्ट्रपति मोहम्मद-अली राजाई की हत्या कर दी. राजाई के उत्तराधिकारी के रूप में अली खामेनेई को चुना गया और वे आठ साल तक राष्ट्रपति रहे. हालांकि उनका अक्सर तत्कालीन प्रधानमंत्री मीर हुसैन मौसवी के साथ टकराव होता रहा, जो ईरानी व्यवस्था में बहुत अधिक सुधार के पक्षधर थे. बाद में इस टकराव से बचने के लिए ईरान के संविधान में संशोधन कर दिया गया और सुप्रीम लीडर को सर्वेसर्वा बना दिया गया.
कितने ताकतवर हैं अयातुल्ला खामेनेई
ईरान के सुप्रीम लीडर (सर्वोच्च नेता) सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ होता हैं और इस्लामिक रिपब्लिक के खुफिया और सुरक्षा अभियानों को कंट्रोल करते हैं. सुप्रीम लीडर ही किसी देश युद्ध या शांति की घोषणा कर सकते हैं. उनके पास न्यायपालिका, सरकारी रेडियो टेलीविजन नेटवर्क, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सर्वोच्च कमांडर को नियुक्त करने और बर्खास्त करने की शक्ति है.
अयातुल्ला अली खामेनेई ईरान की संरक्षक परिषद (Council of Guardians) के बारह सदस्यों में से छह को भी नियुक्त करते हैं, जो संसद की गतिविधियों की देखरेख करने वाली बॉडी है. काउंसिल ऑफ गार्जियन्स ही तय करता है कि कौन से उम्मीदवार सार्वजनिक पद के लिए योग्य हैं.
अयातुल्ला अली खामेनेई के पास कितना पैसा
अयातुल्ला अली खामेनेई अकूत संपत्ति के मालिक भी हैं. अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक खामेनेई के पास 200 बिलियन की संपत्ति है. इसमें साल-दर-साल इजाफा हो रहा है. साल 2013 में रॉयटर्स एक इन्वेस्टिगेशन किया और इसके आधार पर दावा किया कि तब खामेनेई का बिजनेस एंपायर 95 बिलियन डॉलर का था. जो उस वक्त ईरान के कुल सालाना तेल एक्सपोर्ट से भी ज्यादा था. खामेनेई का तेहरान का पैलेस दुनिया के सबसे महंगे घरों में है. उनकी कमाई का ज्यादा हिस्सा पेट्रोलियम-गैस कंपनियों से आता है. इसके अलावा भारी-भरकम डोनेशन भी मिलता है.
कौन होगा खामेनेई का उत्तराधिकारी
अयातुल्ला अली खामेनेई (Ayatollah Ali Khamenei) 85 साल के हो चले हैं. उनका स्वास्थ्य अक्सर खराब रहता है. ऐसे में बार-बार अटकलें लगती रहती हैं कि उनके बाद ईरान का सर्वोच्च नेता कौन होगा? खामेनेई कथित तौर पर अपने उत्तराधिकारी के तौर पर कट्टरपंथी मौलवी इब्राहिम रईसी का समर्थन करते हैं, जो 2017 में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा. फिर उन्हें न्यायपालिका का प्रमुख नियुक्त किया गया था.
Tags: Ayatollah Ali Khamenei, Iran news, Israel, Israel News, Israeli Army
FIRST PUBLISHED :
October 2, 2024, 13:47 IST