Agency:आवाज समाचार
Last Updated:February 09, 2025, 10:49 IST
America News Today: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान नॉर्थ-कोरिया के नाताशाह किम जोंग उन के साथ तीन बार मुलाकात की थी. किम इस वक्त तेजी से अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को आगे बढ़ा रहा है. वो अमेरिका...और पढ़ें
![किम से मिलने को बेताब हैं ट्रंप, लेकिन तानाशाह बेचैन क्यों? बयान में दिखा डर किम से मिलने को बेताब हैं ट्रंप, लेकिन तानाशाह बेचैन क्यों? बयान में दिखा डर](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/Donald-Trump-on-North-Koria-2025-02-a84d039ffac0381d5ae0574d6e3ca91a.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
किम ने यह बयान अपने देश में रहते हुए दिया. (File Photo)
हाइलाइट्स
- डोनाल्ड ट्रंप किम जोंग उन से फिर मिलना चाहते हैं.
- किम ने अमेरिका-जापान-दक्षिण कोरिया साझेदारी पर चिंता जताई.
- किम ने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया.
नई दिल्ली. अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के पीएम के पीएम शिगेरू इबिशा के साथ एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वो नॉर्थ-कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ फिर मिलना चाहते हैं. दोनों नेताओं की ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान तीन बार मुलाकात हो चुकी है लेकिन अब इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि किम ट्रंप से मुलाकात नहीं करना चाहते. उन्हें ट्रंप के ‘खुफिया प्लान’ का डर सताने लगाने लगा है. उनका यही डर रविवार को दिए गए एक बयान में साफ नजर आया.
किम जोंग उन ने कहा कि दक्षिण कोरिया और जापान से अमेरिका की सुरक्षा साझेदारी बढ़ने से उत्तर कोरिया के सामने गंभीर खतरा पैदा हो गया है. किम ने साथ ही अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का संकल्प जताया है. सरकारी मीडिया में रविवार को आईं खबरों में यह जानकारी दी गई. किम पहले भी ऐसी चेतावानियां दे चुके हैं. उनके ताजा बयान से यह संकेत मिलता है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उनसे मुलाकात करने और कूटनीति को पुनर्जीवित करने की पेशकश को निकट भविष्य में स्वीकार नहीं करेंगे.
‘कोरियाई प्रायदीप पर पैदा हुआ संकट’
सरकारी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ के अनुसार शनिवार को कोरियाई पीपुल्स आर्मी की 77वीं स्थापना दिवस के अवसर पर दिए गए भाषण में किम ने कहा कि NATO यानी उत्तर अटलांटिक संधि संगठन की तरह क्षेत्रीय सैन्य संगठन बनाने की अमेरिकी साजिश के तहत स्थापित अमेरिका-जापान-दक्षिण कोरिया साझेदारी कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य असंतुलन पैदा कर रही है. उन्होंने कहा, ‘यह साझेदारी हमारे देश के सुरक्षा हालात के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर रही है.’
ट्रंप ने किम को लेकर क्या कहा?
केसीएनए के मुताबिक, ‘उन्होंने परमाणु शक्तियों समेत सभी प्रतिरोध प्रणालियों को तेजी से मजबूत बनाने के लिए नयी योजनाओं उल्लेख करते हुए एक बार फिर परमाणु कार्यक्रम पर आगे बढ़ने की नीति स्पष्ट की.” शुक्रवार को जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा था कि ‘हम उत्तर कोरिया और किम जोंग उन के साथ संबंध बनाए रखेंगे. जैसा कि आप जानते हैं, मेरा उनसे बहुत अच्छा रिश्ता रहा. मुझे लगता है कि मैंने युद्ध रोक दिया है.’ इससे पहले 23 जनवरी को ‘फॉक्स न्यूज’ पर प्रसारित एक इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने किम को “एक बुद्धिमान व्यक्ति” बताते हुए कहा था कि वह “धार्मिक कट्टरपंथी नहीं” हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह किम से फिर से संपर्क करेंगे, तो ट्रंप ने जवाब दिया था, “हां, मैं करूंगा.” ट्रंप ने 2018-19 में तीन बार किम से मुलाकात कर उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को समाप्त करने पर चर्चा की थी.
First Published :
February 09, 2025, 10:49 IST