Potato farming
बारिश का सीजन खत्म होने के साथ ही अक्टूबर का महीना आ चुका है. इस समय आलू की खेती के लिए सबसे सही समय माना जाता है. मौसम में हो रहे बदलाव के साथ ही किसान भाईयों के लिए आलू की खेती लाभकारी हो सकती है. वर्तमान में बाजार में आलू का रेट 25 से 30 रुपये प्रति किलो चल रहा है. जो आलू की खेती को और भी आकर्षक बना रहा है.
आलू की खेती से पहले किसान को अपने खेत की सही तैयारी करनी होती है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, सबसे पहले खेत की दो बार जुताई करें, जिससे खेत में नमी बनी रहे और धूप से खराब जीवाणु नष्ट हो जाएं. इसके बाद अच्छे बीज का चुनाव कर रोपाई करें. बीज का आकार 50 ग्राम से छोटा नहीं होना चाहिए और रोपाई से पहले बीज का उपचार करना आवश्यक है, ताकि फसल में कीड़ों का प्रकोप न हो.
आलू की किस्में और उनकी विशेषताएं
वैज्ञानिकों के अनुसार, स्थानीय आलू 60 दिनों में तैयार हो जाता है. कुफरी, लीलिमा, और पुष्कर जैसी आलू की वैरायटी किसानों के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं.आलू की किस्म के आधार पर फसल तैयार होने का समय बदलता है.
खेत में दूरी और बीज की मात्रा
गिरिडीह कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक नवीन कुमार ने लोकल 18 से कहा कि अक्टूबर का महीना आलू की खेती के लिए सबसे अच्छा होता है. खेत की तैयारी के बाद रोपाई करते समय यह ध्यान रखें. क्यारी के बीच 45 सेमी और बीज के बीच 20 सेमी की दूरी होनी चाहिए. 1 हेक्टेयर खेत के लिए 30 किलो आलू के बीज पर्याप्त होंगे. बीज के आकार और गुणवत्ता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. जिससे फसल की पैदावार अच्छी हो सके.
सिंचाई और पानी की निकासी पर ध्यान
आलू की फसल में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती, लेकिन अगर खेत में पानी भर जाए तो उसकी निकासी का सही प्रबंध होना चाहिए. वरना फसल खराब हो सकती है. इसलिए आलू की खेती करते समय पानी की निकासी के उपायों का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है.
निष्कर्ष
किसान भाई अक्टूबर के महीने में आलू की खेती की शुरुआत कर सकते हैं. सही बीज, उचित रोपाई, और सिंचाई के साथ किसान भाई अच्छी फसल प्राप्त कर सकते हैं
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FIRST PUBLISHED :
October 18, 2024, 17:38 IST