नई दिल्ली:
'मैनीफेस्ट' (Manifest) को 2024 के लिए कैम्ब्रिज डिक्शनरी की तरफ से वर्ड ऑफ द ईयर ( Cambridge Dictionary Word of the Year) का खिताब मिला है. कैम्ब्रिज डिक्शनरी की वेबसाइट पर इस इंग्लिश वर्ड मैनीफेस्ट को लगभग 130,000 बार सर्च किया गया, जिससे यह साल के सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले वर्ड्स में से एक बन गया. मैनीफेस्ट ने सोशल मीडिया और मेन स्ट्रीम यानि मुख्यधारा की बातचीत में गजब की लोकप्रियता हासिल की. जिसकी वजह से इस वर्ड को ये खास तवज्जों मिली.
मैनीफेस्ट का क्या मतलब
कैम्ब्रिज ने लिखा है कि इस वर्ड का प्रयोग अक्सर किसी लक्ष्य को हासिल करने की कल्पना करने के लिए किया जाता है, ताकि उसे अधिक संभव बनाया जा सके, यह विश्वास 100 वर्ष पुराने आध्यात्मिक दर्शन पर आधारित है. सेल्फ हेल्प कम्यूनिटी और सोशल मीडिया में लोकप्रिय इस शब्द का मुख्यधारा के मीडिया में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हुआ है. सिंगर दुडा लीपा, ओलंपिक जिमनास्ट सिमोन बाइल्स और इंग्लैंड के स्ट्राइकर ओली वॉटकिंस जैसी हस्तियां भी इस वर्ड का इस्तेमाल करती है.
कहां से आया मैनीफेस्ट वर्ड
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक दुनिया की सबसे बड़ी फ्री ऑनलाइन डिक्शनरी कैम्ब्रिज डिक्शनरी ने 2024 में 2.4 बिलियन से ज़्यादा पेज व्यू दर्ज किए. इसके संपादकों ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि अपने 600 साल के इतिहास में मैनीफेस्ट कैसे विकसित हुआ. 14वीं शताब्दी में “मेनीफेस्ट” जिसका इस्तेमाल हो रहा था, उसका अर्थ है ‘आसानी से देखा जा सकने वाला या स्पष्ट', यह शब्द बाद में अमेरिकी राजनीति में “मैनिफेस्ट डेस्टिनी” शब्द के साथ दिखने लगा.
अपनी महान रचनाओं के लिए दुनियाभर में मशहूर लेखक शेक्सपियर ने द मर्चेंट ऑफ़ वेनिस में मैनीफेस्ट का इस्तेमाल किया, शेक्सपियर ने द मर्चेंट ऑफ़ वेनिस में मैनीफेस्ट को विशेषण के रूप में इस्तेमाल किया. मैनीफेस्ट के साथ-साथ, 2024 के अन्य शीर्ष शब्दों में ‘ब्रैट' (दुर्व्यवहार करने वाला बच्चा), ‘डेम्यूर' (शांत और अच्छा व्यवहार करने वाला), ‘गोल्डीलॉक्स' (किसी चीज़ का सही वर्णन करना) और ‘इकोटेरियन' वर्ड भी शामिल हैं.
Manifest सोशल मीडिया पर पॉपुलर
कोविड के दौरान इस वर्ड का इस्तेमाल बढ़ गया और यह बढ़ता ही रहा. खासकर TikTok और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर भी इसका जमकर इस्तेमाल हुआ. जहां लाखों पोस्ट और वीडियो में हैशटैग #manifest का इस्तेमाल किया गया है. मैनिफेस्ट वर्ड को इस बार इसलिए चुनाव गया, क्योंकि इसका जमकर इस्तेमाल हुआ. जो कि अपने आप में अद्भुत है. 2024 में होने वाली घटनाओं के कारण सभी प्रकार के मीडिया में इसका खूब इस्तेमाल किया गया है. इससे ये पता चलता है कि समय के साथ किसी वर्ड के अर्थ कैसे बदल सकते हैं.
हालांकि, एक्सपर्ट चेतावनी देते हैं कि इसकी लोकप्रियता के बावजूद, मैनिफेस्ट की कोई साइंटिफिक वैलिडिटी नहीं है. इससे गलत और खतरनाक धारणाओं को बढ़ावा मिल सकता है. द साइकोलॉजी ऑफ मिसइन्फॉर्मेशन के लेखक और कैम्ब्रिज में सामाजिक मनोविज्ञान के प्रोफेसर डॉ. सैंडर वान डेर लिंडेन ने कहा: "अभिव्यक्ति वह है जिसे मनोवैज्ञानिक 'जादुई सोच' कहते हैं, या यह सामान्य भ्रम है कि स्पेसिफिक मेंटल रिचुअल्स हमारे आसपास की दुनिया को बदल सकते हैं.