Last Updated:February 08, 2025, 22:10 IST
डोनाल्ड ट्रम्प के नए आव्रजन अभियान के तहत अमेरिका से निर्वासित भारतीयों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर गलत संदर्भ में पेश की गई हैं. न्यूज़मीटर की जांच में पाया गया कि ये तस्वीरें हाल की नहीं हैं.
![क्या अवैध भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से वापस भेजा जाएगा? यहां जानें सच्चाई क्या अवैध भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से वापस भेजा जाएगा? यहां जानें सच्चाई](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/fact-check-1-2025-02-aa314f4dea6bf157f2b8400dc00783a7.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
भारतीयों को बेड़ियों में बांधकर वापस भेजने के तस्वीरों में कितनी सच्चाई? (Image:News18)
हाइलाइट्स
- सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें गलत संदर्भ में पेश की गई हैं.
- तस्वीरें हाल की नहीं हैं और भारतीय निर्वासितों से संबंधित नहीं हैं.
- ट्रम्प प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान तेज किया है.
नई दिल्ली. दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद संभालने के बाद, डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ निर्वासन की कोशिशों को तेज कर दिया है. अवैध आव्रजन के लिए निर्वासित कई भारतीयों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य सी-17 परिवहन विमान बुधवार को अमृतसर में उतरा. जो ट्रम्प के नए आव्रजन अभियान के तहत भारत में इस तरह का पहला निर्वासन था. विमान सैन एंटोनियो, टेक्सास से उड़ा और पंजाब के अमृतसर में श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. इन घटनाक्रमों के बीच, सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. जिनमें दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें अमेरिका से निकाले गए भारतीय अवैध प्रवासियों की हैं.
चित्र 1: X पर एक यूजर ने यह फोटो साझा करते हुए लिखा कि ‘हाथों में जंजीरें बांधकर, @US ने भारतीयों को निर्वासित करना शुरू कर दिया. @realDonaldTrump @POTUS45 का स्वागत है अगली बार ट्रम्प सरकार…!’
फोटो में कुछ लोग अपने हाथ पीछे करके चलते हुए दिखाई दे रहे हैं, ऐसा लगता है कि उनके हाथों में हथकड़ी लगी हुई है.
तथ्य जांच: न्यूज़मीटर ने पाया कि यह दावा झूठा है. रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 30 जनवरी, 2025 को @viralnewsnyc नामक एक सत्यापित X उपयोगकर्ता द्वारा शेयर किया गया एक वीडियो मिला, जो 3 फरवरी, 2025 को अमेरिका से भारतीय अवैध प्रवासियों के निर्वासन से पहले का है. वीडियो को कैप्शन के साथ शेयर किया गया था कि ‘सीमा गश्ती दल उन्हें वापस मैक्सिको ले जा रहा है.’
Border patrol walking them close backmost successful to Mexico.
(Repost ) pic.twitter.com/rRQ7JcifDr
— Viral News NYC (@ViralNewsNYC) January 30, 2025
वायरल फोटो इस वीडियो के फ्रेम से मेल खाती है. वीडियो पर लिखा है कि ‘ICE और बॉर्डर पेट्रोलिंग दल अवैध लोगों को सीधे मैक्सिको में वापस भेज रहे हैं.’
इसलिए, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि यह तस्वीर अमेरिका से निर्वासित भारतीय अवैध प्रवासियों से संबंधित नहीं है.
चित्र 2: एक इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता ने दूसरी तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि ‘फिर से, महान अमेरिकी सफाई अभियान शुरू! एक सी-17 सैन्य विमान 205 भारतीय प्रवासियों को वापस भेज रहा है.’ (आर्काइव)
तस्वीर में कई लोग मास्क पहने और टखनों में जंजीरें बंधे हुए एक सैन्य विमान के अंदर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं.
तथ्य जांच: न्यूज़मीटर ने पाया कि यह दावा झूठा है. तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एसोसिएटेड प्रेस द्वारा इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई वही तस्वीर मिली, जिसे 31 जनवरी, 2025 को अपलोड किया गया था.
तस्वीर पर लिखा है कि ‘ट्रम्प प्रशासन के सख्त आव्रजन प्रवर्तन के बीच अमेरिकी सैन्य विमान ने 205 भारतीय नागरिकों को टेक्सास से निर्वासित किया.’
तथ्य जाँच: न्यूज़मीटर ने पाया कि यह दावा झूठा है. फोटो का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें व्हाइट हाउस के आधिकारिक अकाउंट X पर एक पोस्ट मिला, जिसमें यही तस्वीर थी, जिसे 24 जनवरी, 2025 को पोस्ट किया गया था.
Just arsenic helium promised, President Trump is sending a beardown connection to the world: those who participate the United States illegally volition look superior consequences. pic.twitter.com/yqgtF1RX6K
— The White House (@WhiteHouse) January 24, 2025
पोस्ट के विवरण में कहा गया है कि ‘जैसा कि उन्होंने वादा किया था, राष्ट्रपति ट्रम्प दुनिया को एक कड़ा संदेश भेज रहे हैं: जो लोग अवैध रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करेंगे, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.’
इसलिए, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि यह तस्वीर बुधवार को अमेरिका से निकाले गए भारतीय अवैध प्रवासियों से संबंधित नहीं है.
अंतिम फैसला
सोशल मीडिया पर प्रसारित तीनों तस्वीरें अमेरिका से निर्वासित भारतीय अवैध प्रवासियों की नहीं हैं. इसके बजाय, उन्हें गलत संदर्भ में पेश किया गया है और गलत तरीके से हाल ही में अमेरिका से भारत में निर्वासित लोगों के रूप में पेश किया गया है.
This communicative was primitively published by newsmeter.in, and translated by hindi.news18.com arsenic portion of the Shakti Collective.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 08, 2025, 22:07 IST