क्या दुधारू पशुओं को रेगुलर आटा खिलाना ठीक है? एक्सपर्ट से जानिए फायदा-नुकसान

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आटा

आटा कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है

राहुल मनोहर/सीकर. दुधारू पशुओं की सेहत और दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालक अक्सर उनकी डाइट में बदलाव करते हैं. इनमें एक सवाल बार-बार सामने आता है कि क्या दुधारू गायों और भैंसों को नियमित रूप से आटा खिलाना सही है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि आटा एक सीमित मात्रा में फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अत्यधिक सेवन पशुओं के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है.

आटा कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जो पशुओं के लिए ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत हो सकता है. यह पशुओं को लंबे समय तक सक्रिय रखता है और उनके कामकाज की क्षमता को भी बढ़ा सकता है. अगर दुधारू पशुओं का वजन कम है, तो थोड़ी मात्रा में आटा खिलाने से उनका वजन बढ़ सकता है, जिससे उनकी समग्र सेहत में सुधार हो सकता है. ठंड के मौसम में आटा खिलाने से शरीर को गर्मी मिलती है, जिससे पशु ठंड के मौसम में बेहतर स्थिति में रहते हैं.

क्या हैं आटा खिलाने के नुकसान
आटे में फाइबर की कमी होती है, जिससे पशुओं का पाचन तंत्र खराब हो सकता है. आटे का अत्यधिक सेवन अपच, गैस और पेट की अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है. आटा पशुओं के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्वों का स्रोत नहीं है. इसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की कमी होती है, जो दुधारू पशुओं की समग्र सेहत और दूध उत्पादन के लिए जरूरी हैं. आटे का अत्यधिक सेवन मोटापा बढ़ा सकता है, जिससे दूध उत्पादन की क्षमता घट सकती है. मोटे पशु अक्सर कम दूध देते हैं और उनके प्रजनन संबंधी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं.

दूध उत्पादन पर प्रभाव
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आटे की मात्रा सीमित और संतुलित रखी जाए, तो यह दूध उत्पादन को नुकसान नहीं पहुंचाता. हालांकि, इसे अत्यधिक मात्रा में खिलाने से दूध की गुणवत्ता और मात्रा दोनों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. आटे की जगह पर, पशुओं के आहार में हरा चारा, भूसा, और खनिज मिश्रण शामिल करना बेहतर होता है.

सही मात्रा में आटा खिलाने के टिप्स
पशुओं को आटा खिलाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि यह उनके कुल आहार का 10-15% से अधिक न हो. आटे को अन्य पोषक तत्वों से भरपूर आहार, जैसे कि चारे और दाने के साथ मिलाकर खिलाएं, ताकि पशुओं को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें. सर्दियों या विशेष परिस्थितियों में आटे का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इसे रेगुलर डाइट का हिस्सा न बनाएं.

Tags: Animal husbandry, Local18, Rajasthan news, Sikar news

FIRST PUBLISHED :

September 22, 2024, 17:55 IST

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