चंडीगढ़: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को पंजाब में सक्रिय राजनीति में लौटने पर सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि उनकी पार्टी का आलाकमान इस सवाल जवाब दे सकता है। सिद्धू पिछले कई महीनों से पार्टी के कार्यक्रमों और गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों या चार विधानसभा क्षेत्रों - गिद्दड़बाहा, बरनाला, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल के उपचुनावों में भी प्रचार नहीं किया।
नवजोत सिंह सिद्धू ने घर पर की प्रेस कांफ्रेंस
नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कि वह पंजाब की सक्रिय राजनीति में लौटेंगे या नहीं इस पर वह कुछ नहीं कह सकते। इसका जवाब कांग्रेस आलाकमान ही दे सकता है। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू ने कभी भी किसी भी चीज से कोई समझौता नहीं किया। यही कारण है कि जनता उन पर भरोसा करती है। भरोसा चरित्र में निहित है।
आप सरकार पर हमेशा रहे हैं हमलावर
इससे पहले सिद्धू बढ़ते कर्ज समेत कई मुद्दों को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर हमलावर रहे हैं। मार्च में उन्होंने पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की थी और राज्य की कथित बिगड़ती वित्तीय स्थिति पर वित्तीय विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा स्वतंत्र ऑडिट मूल्यांकन का आग्रह किया था।
पत्नी की बीमारी को लेकर कही ये बात
मीडिया को संबोधित करते उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू अब कैंसर रोग से उबर गई हैं। अपनी पत्नी के कैंसर से उबरने के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे वास्तव में गर्व महसूस हो रहा है कि नोनी (उनकी पत्नी) को आज चिकित्सकीय रूप से कैंसर मुक्त घोषित कर दिया गया है। पूर्व मंत्री ने कहा कि नवजोत कौर सिद्धू को करीब दो साल पहले खुद के कैंसर से पीड़ित होने का पता चला था। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी इस रोग से अब पूरी तरह से उबर गई हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि नवजोत कौर सिद्धू को करीब दो साल पहले कैंसर का पता चला था। पूरा परिवार उनके साथ चट्टान की तरह खड़ा रहा। उन्हें पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल और हरियाणा के यमुनानगर में इलाज मिला।
इनपुट- पीटीआई