कोलकाता: चावल भारतीय भोजन का एक अहम हिस्सा है, खासकर बंगालियों के लिए यह एक प्रिय आहार है, जिसे वे हर दिन खाते हैं. लेकिन चावल के बारे में कुछ मिथक भी हैं, जो अक्सर लोगों को भ्रमित करते हैं. बंगालियों का ‘वेटो’ नाम आपने जरूर सुना होगा, जो चावल के शौकिन होते हैं और इसे दिन में 2-3 बार खाते हैं. कुछ लोग तो दिनभर चावल ही खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे सही तरीके से खाना भी जरूरी है? अगर आप कुछ जरूरी नियमों को नहीं जानते, तो यह आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है, तो चलिए जानते हैं डॉक्टर की सलाह…
चावल और कार्बोहाइड्रेट्स: शरीर की जरूरत
प्रसिद्ध डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा कि चावल एक प्रमुख स्रोत है कार्बोहाइड्रेट्स का, जो हमारे शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत होते हैं. चावल के सेवन से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे हमें दिनभर ऊर्जा मिलती है, लेकिन, यह ध्यान रखना जरूरी है कि चावल खाने के बाद अगर आप तुरंत सो जाते हैं, तो इसका असर उल्टा हो सकता है. चावल का पाचन ठीक से नहीं हो पाता और इससे पेट में असहजता हो सकती है. इस वजह से चावल खाने के बाद कुछ समय तक सक्रिय रहना चाहिए.
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रात को चावल खाना: क्या यह सच में शरीर के लिए हानिकारक है?
कई लोग यह सोचते हैं कि रात को चावल खाना स्वास्थ्य के लिए बुरा है और यह वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है. लेकिन यह भ्रांति पूरी तरह से गलत है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए, तो रात में चावल खाना अगर सही समय पर किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए कोई नुकसानदायक नहीं है. लेकिन रात को देर से खाना, जैसे 10-11 बजे के बाद, पाचन में रुकावट डाल सकता है. इसलिए रात को चावल या कोई भी खाना 9 बजे तक खा लेना चाहिए ताकि शरीर को पर्याप्त समय मिले पाचन प्रक्रिया को पूरा करने का.
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FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 14:52 IST