IndusInd Bank Share : इंडसइंड बैंक के हाल के तिमाही नतीजों से इसके शेयरों को झटका लगा है. निजी बैंकिंग क्षेत्र में मानी जाने वाली इस बड़ी कंपनी के प्रदर्शन से उम्मीद तो अच्छी थी, मगर यह उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. नतीजों में बैंक का लाभ कम हुआ और कुछ अन्य इंडीकेटर भी कमजोरी की तरफ इशारा कर रहे हैं. इसकी वजह से इस बैंक के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है. निवेशकों और विशेषज्ञों का कहना है कि इंडसइंड बैंक को मुख्यत तीन कारणों से यह कष्ट देखना पड़ा है, जिसमें ज्यादा लागत, जोखिम वाले लोन और धीमी ग्रोथ शामिल हैं.
खबर लिखे जाने तक (10:36 बजे तक) इंडसइंड बैंक के शेयर शुक्रवार के 19 प्रतिशत गिर गए थे. इस बैंक ने अब तक के अन्य बैंकों की तुलना में सबसे कमजोर सितंबर तिमाही के नतीजे पेश किए. इसके साथ ही कई ब्रोकरेज फर्मों ने बैंक के शेयर का टारगेट प्राइस घटा दिया है. इंडसइंड बैंक का इस वित्त वर्ष का दूसरी तिमाही का मुनाफा अनुमानों से काफी कम रहा, जिसका मुख्य कारण कम मार्जिन, कमजोर ऑपरेशन्स और अतिरिक्त प्रावधान है.
नतीजों के बाद इंडसइंड बैंक के शेयर 19 प्रतिशत गिरकर NSE पर ₹1,039 के निचले स्तर पर पहुंच गए. इसके साथ ही स्टॉक इस साल की शुरुआत से अब तक 33 प्रतिशत तक गिर चुका है.
विश्लेषकों की राय और विशेषज्ञों की चिंता
HDFC इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, मैनेजमेंट ने अतिरिक्त बफर तैयार किए हैं, लेकिन हाई-प्रॉफिटिबिलिटी क्षेत्रों में विकास की धीमी गति, ऑपरेशनल लागत के बढ़ने, और कलेक्शन पर केंद्रित प्रयास, तथा ऊंची क्रेडिट लागत बैंक के मुनाफे को सीमित कर सकते हैं.
ब्रोकरेज ने अपनी FY25 और FY26 की मुनाफे की अनुमानित राशि में 12 प्रतिशत की कटौती की है और अपने टारगेट प्राइस को 1,245 रुपये पर बरकरार रखा है.
फिलिपकैपिटल ने कहा कि असुरक्षित ऋण क्षेत्र में तनाव ने विकास को धीमा किया है, जिससे FY25 में मार्जिन पर प्रभाव पड़ा है और क्रेडिट लागत बढ़ी है. MFI (माइक्रोफाइनेंस) पोर्टफोलियो में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, जिसे इस क्षेत्र की चुनौतियों के चलते पहले ही ऐसा लग रहा था. फिलिप-कैपिटल ने कहा कि उन्होंने वित्त वर्ष 25/26 के लिए अपने मुनाफे के अनुमानों में क्रमशः 17.7 प्रतिशत और 6.4 प्रतिशत की कटौती की है.
अन्य ब्रोकरेजों की प्रतिक्रियाएं
निर्मल बैंग ने स्टॉक को ‘Buy’ से ‘Hold’ में डाउनग्रेड कर दिया है और टारगेट प्राइस को ₹1,653 से घटाकर ₹1,443 कर दिया है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) ने कहा कि इंडसइंड बैंक के Q2 के नतीजे हायर प्रोवीजन, अन्य आय में कमी, और हायर-यील्डिंग लोन ग्रोथ में धीमापन से प्रभावित रहे. डिपॉजिट ग्रोथ मजबूत रही, लेकिन टर्म डिपॉजिट के कारण, और उच्च लागत के चलते NIM में कमी आई है.
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FIRST PUBLISHED :
October 25, 2024, 10:45 IST