डॉ. योगेश सिंह ने यह भी बताया कि, पहले ये भेड़िए काफी उग्र थे,
गोरखपुर: यूपी के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान गोरखपुर के रेस्क्यू सेंटर में रखे गए बहराइच से लाए गए 2 भेड़ियों के व्यवहार में धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिल रहा है. इन भेड़ियों में से एक को यहां तीन हफ्ते से अधिक हो गए हैं. अब उस भेड़िए की आक्रामकता में कमी आई है. पहले जहां वे गुर्राते थे, अब वह भी कम हो गया है. इसके अलावा उनके भोजन की पसंद में भी परिवर्तन हुआ है. अब वे बकरे के मांस के साथ-साथ मुर्गे का मांस भी खा रहे हैं.
क्वारंटीन सेल में बंद हैं भेड़िए
रेस्क्यू किए गए इन भेड़ियों में एक नर और एक मादा है, जिन्हें फिलहाल क्वारंटीन सेल में रखा गया है. बहराइच में इन दोनों भेड़ियों के इंसानों पर हमले की खबरें थी. इसलिए उन्हें पूरी तरह शांत होने तक क्वारंटीन में रखा जाएगा.
चिड़ियाघर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह के अनुसार, भेड़िये अब अपने जू कीपर को पहचानने लगे हैं और नाइट सेल में कम शोर कर रहे हैं. वे रोजाना डेढ़ से 2 किलो मांस खा रहे हैं और अब केवल बकरे का मांस ही नहीं, बल्कि अन्य जानवरों का मांस भी खाने लगे हैं.
भेड़ियों की आक्रामकता हुई कम
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि पहले ये भेड़िए काफी उग्र थे, लेकिन एकांत और भरपूर भोजन की वजह से उनकी आक्रामकता धीरे-धीरे कम हो रही है. उनके व्यवहार में सुधार देखा जा रहा है. पर पूरी तरह शांत होने में अभी और समय लगेगा. चिड़ियाघर के अधिकारियों के निर्देश के अनुसार आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.
दोनों भेड़ियों को किया जाएगा साथ
बता दें कि गोरखपुर चिड़ियाघर में यह पहली बार है कि भेड़ियों को रखा गया है. क्वारंटीन की अवधि पूरी होने के बाद इन दोनों भेड़ियों को एक-दूसरे के पास रखा जाएगा, जिससे उनकी आक्रामक प्रवृत्ति और भी कम होने की उम्मीद है.
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FIRST PUBLISHED :
September 25, 2024, 15:39 IST