बिलासपुर:- बिलासपुर के चांटीडीह निवासी लक्ष्मी रजक पेट्रोल और माचिस लेकर अचानक कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंच गईं, जिससे ऑफिस में हंगामा मच गया. महिला ने वहां आत्मदाह की धमकी दे डाली, जिससे प्रशासन और पुलिस विभाग सतर्क हो गया. मौके पर सिविल लाइन पुलिस पहुंची और स्थिति को काबू में किया. मामले को सुलझाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों से बातचीत कर महिला को जल्द आवास दिलाने का आश्वासन दिया गया है.
शिफ्ट करने का दिया गया था आश्वासन
महिला ने लोकल 18 को बताया कि कुछ महीने पहले नगर निगम के द्वारा चांटीडीह स्थित उनके मकान को अतिक्रमण बताकर नगर निगम ने तोड़ दिया था, जिसके बाद नगर निगम द्वारा अटल आवास में शिफ्ट करने का आश्वासन भी दिया गया था. लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी उन्हें शिफ्ट नहीं किया गया, जिससे वह अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहती हैं. वे दूसरों के घर में झाडू-पोछा कर परिवार का खर्च चलाती हैं. लेकिन अब महीने का 4000 रुपए किराया भी चुकाना पड़ता है. इसके लिए वो कई बार कलेक्टर और निगम अधिकारियों को शिकायत दे चुकी हैं. फिर भी उन्हें अटल आवास नहीं दिया जा रहा है. इसलिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है.
अतिक्रमण पर तीन माह पहले निगम ने चलाया था बुलडोजर
बिलासपुर के चांटीडीह, मेलापारा में अतिक्रमण पर बने 742 मकानों को तीन माह पहले नगर निगम ने तोड़ दिया था. इसके बाद निगम अधिकारी द्वारा कब्जे में बसे 1160 लोगों को खमतराई, बहतराई में बने प्रधानमंत्री आवास में शिफ्ट करने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है. 400 परिवारों को पहले ही शिफ्ट कराया गया था.
Tags: Bilaspur news, Local18
FIRST PUBLISHED :
September 25, 2024, 17:39 IST