Agency:News18 Himachal Pradesh
Last Updated:January 31, 2025, 20:02 IST
धर्मशाला की क्रांति संस्था ने कांगड़ा में घायल गिद्ध का सफल रेस्क्यू किया. इसके बाद इलाज के लिए नगरोटा पशु चिकित्सालय भेजा गया. संस्था के अध्यक्ष धीरज महाजन ने गिद्धों के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने और हिमाच...और पढ़ें
रेस्क्यू किया गया गिद्ध
हाइलाइट्स
- कांगड़ा में क्रांति संस्था ने घायल गिद्ध का सफल रेस्क्यू किया.
- संस्था के अध्यक्ष ने वन्यजीव संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया.
- गिद्धों की घटती संख्या पर बचाव के लिए अभियान चलाने की अपील की.
कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित क्रांति संस्था वन्यजीवों की रक्षा के लिए सालों से कार्य कर रही है. हाल ही में संस्था ने कांगड़ा के पास एक घायल गिद्ध का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर उसे जीवनदान दिया. संस्था ने वन्यजीव विभाग की मदद से न केवल इस पक्षी को चिकित्सा सुविधा दिलाई, बल्कि इसके संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया.
कांगड़ा स्थित टोयोटा शोरूम के पास स्थानीय लोगों ने एक घायल गिद्ध को देखा, जो उड़ने में असमर्थ था. उन्होंने तुरंत क्रांति संस्था के अध्यक्ष धीरज महाजन को इस बारे में सूचित किया. सूचना मिलते ही धीरज महाजन अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और वन्यजीव विभाग को भी इस अभियान में शामिल किया.
हॉस्पिटल में गिद्द का किया गया इलाज
वन्यजीव विभाग की टीम ने गिद्ध को सुरक्षित रूप से उठाकर नगरोटा पशु चिकित्सालय पहुंचाया, जहां उसका उचित इलाज किया गया. डॉक्टरों के अनुसार, कुछ दिनों के देखभाल के बाद इसे जंगल में वापस छोड़ दिया जाएगा.
गिद्ध संरक्षण पर धीरज महाजन की अपील
धीरज महाजन ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में गिद्धों की संख्या बीते कुछ वर्षों में 1400 तक बढ़ी है, लेकिन यह संख्या अब भी बहुत कम है. कीटनाशकों और रासायनिक खादों के अंधाधुंध प्रयोग के कारण गिद्धों की प्रजाति विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है. उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि गिद्धों के बचाव और वन्यजीव संरक्षण के लिए आगे आएं और मिलकर प्रकृति की इस अनमोल विरासत को बचाने का संकल्प लें.
क्रांति संस्था का योगदान
क्रांति संस्था वन्यजीवों की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयासरत है. धीरज महाजन के नेतृत्व में संस्था ने अब तक कई घायल और संकटग्रस्त पशु-पक्षियों को बचाया है. इसके लिए उन्हें विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है.
संस्था का उद्देश्य प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखना और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है. गिद्धों की घटती संख्या एक गंभीर समस्या है, और यदि इनका संरक्षण नहीं किया गया, तो इससे पारिस्थितिकी तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
Location :
Kangra,Himachal Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 20:02 IST