गेहूं की बुवाई के लिए चुनें ये 8 उन्नत किस्में, मिलेगी बंपर पैदावार और होगा तगड़ा मुनाफा!
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गेहूं की बुवाई के लिए चुनें ये 8 उन्नत किस्में, मिलेगी बंपर पैदावार और होगा तगड़ा मुनाफा!
गेहूं की उन्नत किस्में
रायबरेली: अक्टूबर का महीना खत्म होने को है और यूपी के कई जिलों में धान की कटाई लगभग समाप्त हो चुकी है, जबकि कुछ जगहों पर अब भी जारी है. धान की कटाई के साथ ही रबी सीजन की शुरुआत होती है, जिसमें गेहूं की खेती को प्रमुखता दी जाती है. गेहूं की बेहतर पैदावार के लिए उन्नत किस्मों का चयन करना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं कृषि विशेषज्ञ से कौन सी गेहूं की किस्में उन्नत मानी जाती हैं.
रायबरेली के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के प्रभारी अधिकारी, शिवशंकर वर्मा (बीएससी एजी, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद), जिनके पास कृषि के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव है, बताते हैं कि गेहूं की खेती करने वाले किसानों को उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए. ये किस्में न केवल अच्छी उपज देती हैं, बल्कि इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी होती है, जिससे फसल रोग और कीटों से सुरक्षित रहती है.
उन्नत गेहूं की किस्में
शिवशंकर वर्मा के अनुसार, गेहूं की आठ उन्नत किस्में बेहद कम समय में अधिक उपज देती हैं और रोग प्रतिरोधी होती हैं. किसान इनका उपयोग करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
- HD 2967: उत्तरी भारत के लिए उपयुक्त यह किस्म पीला रतुआ, भूरे रतुआ और कंडुआ जैसे रोगों के प्रति सहनशील होती है और अधिक उपज देती है.
- HD 3086: यह किस्म सूखा सहनशील है और उच्च तापमान में भी बेहतर उपज देती है, खासकर उत्तर भारत के लिए उपयुक्त है.
- WH 1105: हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय यह किस्म विभिन्न रोगों के प्रति प्रतिरोधी और उच्च उपज क्षमता वाली है.
- PBW 343: पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में प्रचलित यह किस्म जल्दी पकने वाली और अधिक उपज देने वाली मानी जाती है.
- DBW 187 (Karan Vandana): पूर्वी और मध्य भारत के लिए उपयुक्त यह किस्म उच्च उपज और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है.
- HDCSW 18: यह किस्म उत्तर-पश्चिमी भारत के लिए उपयुक्त है और इसमें अधिक प्रोटीन सामग्री होती है.
- Raj 3765: राजस्थान और गुजरात के सूखे क्षेत्रों के लिए यह किस्म उपयुक्त है, जिसमें सूखा सहनशीलता और बेहतर अनाज गुणवत्ता होती है.
- HI 1544 (Pusa Ujala): मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए उपयुक्त, यह किस्म सूखा सहनशील और अधिक उपज देने वाली होती है.
Tags: Agriculture, Local18, Wheat crop
FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 12:34 IST