Agency:NEWS18DELHI
Last Updated:February 01, 2025, 09:59 IST
Delhi: घर बनवाते समय खिड़की, दरवाजे किस मैटीरियल के बनाए जाएं ये एक बड़ा सवाल होता है. सही सामान के इस्तेमाल से सालों की फुर्सत हो जाती है और गलत मैटीरियल नुकसान पहुंचाता है. जानते हैं एक्सपर्ट से इसका जवाब.
एसोसिएशन ऑफ आर्किटेक्ट के प्रेसिडेंट अतुल गुप्ता
हाइलाइट्स
- यूपीवीसी खिड़कियां टिकाऊ और आकर्षक होती हैं.
- लकड़ी का फर्नीचर और दरवाजे मजबूत और आलीशान होते हैं.
- प्लास्टिक ग्रिल टिकाऊ नहीं होती.
नई दिल्ली. जब घर बनकर तैयार हो जाता है, तो उसके बाद सजावट की बारी आती है. सजावट में खिड़की, दरवाजे और फर्नीचर का चुनाव बेहद महत्वपूर्ण होता है. लोग अक्सर इस उलझन में रहते हैं कि लकड़ी, लोहे या प्लास्टिक के ग्रिल में से किसे इस्तेमाल करें. कौन-सा विकल्प घर को आकर्षक बनाएगा और क्या सस्ता और टिकाऊ रहेगा? कई लोग लकड़ी की जगह प्लास्टिक या लोहे के दरवाजे, खिड़कियां और ग्रिल लगवाते हैं, जबकि कुछ लकड़ी का ही इस्तेमाल करना पसंद करते हैं.
एक्सपर्ट से की बात
लकड़ी भी कई तरह की होती है, जैसे सागौन, शीशम, साल और देवदार. आखिर इस दुविधा में आपके लिए क्या बेहतर रहेगा और कौन-सा विकल्प आपके घर को आलीशान और टिकाऊ बनाएगा, इसी सवाल का जवाब जानने के लिए जब लोकल 18 ने एसोसिएशन ऑफ आर्किटेक्ट के प्रेसिडेंट अतुल गुप्ता से बात की, तो उन्होंने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी.
ये खिड़कियां होती हैं सबसे ज्यादा इस्तेमाल
अतुल गुप्ता ने बताया कि अगर आप खिड़कियों में कोई बदलाव चाहते हैं, तो इन दिनों सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली यूपीवीसी की खिड़कियां हैं. इनकी कीमत लकड़ी के बराबर पड़ती है, लेकिन ये देखने में खूबसूरत लगती हैं, लंबे समय तक टिकाऊ होती हैं और जल्दी खराब भी नहीं होतीं. इन खिड़कियों की खासियत यह है कि जब आप इन्हें बंद करते हैं, तो ये पूरी तरह से टाइट हो जाती हैं, जिससे बाहर का प्रदूषण आपके घर के अंदर नहीं आ पाता.
इसलिए, अगर आप खिड़कियों के लिए बेस्ट विकल्प चाहते हैं, तो यूपीवीसी खिड़कियां लगवा सकते हैं. घर बनवाते समय इन्हें लगवाने से बार-बार बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ये एक बार लगवाने पर लंबे समय तक चलेंगी.
आज भी नहीं है लकड़ी का मुकाबला
अतुल गुप्ता ने यह भी बताया कि अगर आप लकड़ी का फर्नीचर, लकड़ी के दरवाजे और खिड़कियां लगाते हैं, तो लकड़ी का मुकाबला आज भी कोई नहीं कर सकता. पुराने जमाने से लकड़ी के दरवाजे, खिड़कियां और फर्नीचर ही इस्तेमाल किए जाते रहे हैं, जो न सिर्फ घर को आलीशान लुक देते हैं, बल्कि मजबूत और टिकाऊ भी होते हैं.
हालांकि, प्लास्टिक के ग्रिल का कोई मतलब नहीं होता और यह ज्यादा टिकाऊ भी नहीं होता. लकड़ी कई प्रकार की होती है, जिनकी कीमत हजार रुपए से लेकर 2000 रुपए या उससे अधिक हो सकती है. आप अपने बजट के हिसाब से अलग-अलग लकड़ियों की वैरायटी और क्वालिटी देखकर दरवाजे, खिड़कियां और फर्नीचर का चुनाव कर सकते हैं.
First Published :
February 01, 2025, 09:59 IST