Bridge
रिपोर्ट- संजय कुमार
बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के बक्सर-कोचस मुख्य मार्ग पर चौसा में बन रहे रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य विभिन्न कारणों से धीमी गति से चल रहा है. इस परियोजना की रफ्तार को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारण वन विभाग द्वारा पेड़ों को नहीं हटाना और निर्माण क्षेत्र में स्थित मकानों का स्थायी होना है. इन बाधाओं के कारण काम की प्रगति प्रभावित हो रही है.
ये हैं मुख्य अड़चन
मौके पर मौजूद भावेश मिश्रा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के सुपरवाइज़र रतनजी महापात्र ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि निर्माण कार्य की गति तेज है, लेकिन निर्माण क्षेत्र में पेड़ और मकान बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर बने मकानों को हटाने और निजी मकानों के लिए उचित मुआवजा देने की आवश्यकता है. इसके अलावा वन विभाग को भी यहां उपस्थित पेड़ों को हटाना होगा.
भूमि अधिग्रहण पर फेल हो रहा अधिकारियों का प्रयास
रतनजी महापात्र ने आगे कहा कि वन विभाग के अधिकारी कई बार निरीक्षण करने आए हैं, लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. भूमि अधिग्रहण के लिए भी संबंधित अधिकारी मौके पर आए, लेकिन उनके प्रयास भी फेल रहे. यदि जल्दी ही इन मुद्दों का निदान नहीं किया गया तो कार्य में और अधिक विलंब हो सकता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि यदि सभी बाधाएं जल्दी सुलझ जाती हैं तो निर्माण कार्य एक साल में पूरा किया जा सकता है.
लोगों को जाम से मिलेगी राहत
यह ओवरब्रिज बक्सर-कोचस मुख्य मार्ग पर स्थित है. इसके बनने से यहां लगने वाले भीषण जाम से राहत मिलेगी. इसके साथ ही यह चौसा थर्मल पावर प्लांट की ओर जाने वाले वाहनों और बक्सर से मोहनिया, वाराणसी आदि स्थानों पर जाने वाले यात्रियों के लिए भी सुविधा प्रदान करेगा.
रेलवे द्वारा ट्रैक पर किए जाने वाले पुल के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है. अब बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग को पुल के शेष हिस्से और एप्रोच रोड का निर्माण करना है. ओवरब्रिज के बनने के बाद यातायात में सुधार होने की उम्मीद है, जिससे क्षेत्र के लोगों को यात्रा में कोई परेशानी नहीं होगी. स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने भी इस निर्माण कार्य की धीमी गति पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि यह ओवरब्रिज उनके दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा और सड़क पर जाम की समस्या को कम करेगा.
ऐसे में चौसा के रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य को गति देने के लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है. यदि जल्द ही आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो इससे परियोजना की समय सीमा में और भी देरी हो सकती है. इसका क्षेत्र के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
स्थानीय निवासियों की नजर अब सरकार और प्रशासन पर है, ताकि इस महत्वपूर्ण परियोजना का कार्य शीघ्रता से पूरा किया जा सके और उनकी यातायात संबंधी समस्याओं का समाधान हो सके.
Tags: Local18
FIRST PUBLISHED :
September 23, 2024, 22:51 IST