प्रदर्शनकारियों ने मंत्रियों, विधायकों के आवासों को निशाना बनाया
इंफाल:
मणिपुर के जिरीबाम में छह बंधकों की मौत के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने देर रात राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी आवास में घुसने की कोशिश की, जिससे हिंसा प्रभावित राज्य में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच एक और बड़ी झड़प हो गई. पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के दामाद समेत कुछ विधायकों के घरों में तोड़फोड़ भी की और उनकी संपत्तियों को आग लगा दी. जबकि सुरक्षा बलों ने इंफाल के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया.
जानें क्या है पूरा मामला
मणिपुर में लापता हुए छह लोगों के शव नदी के पास बरामद होने के बाद प्रदर्शनकारियों में खासा गुस्सा देखने को मिला. इन छह लोगों में आठ महीने का एक शिशु भी शामिल था. दरअसल मैतेई समुदाय के ये सभी लोग सोमवार को एक शरणार्थी शिविर से लापता हो गए थे. इन्हें कुकी-जो के उग्रवादियों ने तब जिरीबाम के बोकोबेरा से कथित रूप से अगवा कर लिया था, जब कुकी युवाओं के एक अन्य समूह के साथ सीआरपीएफ की मुठभेड़ चल रही थी. उस मुठभेड़ में 10 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए थे.
- मैतेई समुदाय के 6 लोग सोमवार को एक शरणार्थी शिविर से लापता हुए.
- कुकी उग्रवादियों ने जिरीबाम के बोकोबेरा से कथित रूप से अगवा किया.
- मणिपुर के जिरीबाम जिले में तीन बच्चों समेत छह लोगों के शव मिले.
- दो महिलाओं और एक बच्चे का शव जिरीबाम में बराक नदी से मिले.
- मणिपुर-असम सीमा पर जिरि और बराक नदियों के संगम के करीब ये 3 शव मिले.
- महिला और दो बच्चों के ये शव उन छह में से थे, जो जिरिबाम से लापता हुए थे.
- जिरी नदी में मिले शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया.
- असम पुलिस ने सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएमसीएच) के बाहर इन
- युवकों के परिजनों पर लाठीचार्ज किया, जो शव सौंपे जाने की मांग कर रहे थे.
- असम पुलिस ने इन परिवारों से कहा कि उन्हें चुराचांदपुर में ही शव लेने पड़ेंगे.
- परिवार असम पुलिस के प्रस्ताव पर राजी हो गए.