रुद्रप्रयाग. उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम में बारिश के बाद दूसरे चरण की यात्रा जोर पकड़ रही है. देश-विदेश से श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए आ रहे हैं. ध्यान गुफाएं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं, यहां ध्यान और साधना के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. अब तक 42 श्रद्धालु, जिनमें 12 विदेशी भक्त शामिल हैं, इन गुफाओं में साधना कर चुके हैं. अमेरिका की सिमोना और जर्मनी की निकोल ने भी यहां साधना की है. निकोल ने 10 दिन तक ध्यान गुफा में साधना की, जो अब तक का सबसे लंबा समय है.
जर्मनी मूल की निकोल ने ध्यान गुफा में 10 दिन गुजारे हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. वह पहली ऐसी साधक हैं, जिन्होंने केदारनाथ धाम पहुंचकर ध्यान गुफा में इतने दिन साधना की है. केदारनाथ में ध्यान गुफाएं 2018 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) द्वारा बनाई गई थीं. गुफा में बिजली, पानी और शौचालय की सुविधाएं उपलब्ध हैं. इन गुफाओं में श्रद्धालु योग और साधना कर बाबा केदार की भक्ति में लीन होते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में यहां 17 घंटे तक साधना की थी, जिसके बाद से यह प्रोजेक्ट और लोकप्रिय हुआ. मानसून सीजन समाप्त होने के बाद यात्रा ने रफ्तार पकड़ी है और प्रतिदिन 11 हजार से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. अब तक 12 लाख से ज्यादा लोग केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं. श्रद्धालुओं के बीच ध्यान गुफाओं को लेकर भी काफी उत्साह है. बताया जा रहा है कि अब तक 42 शिव साधक गुफाओं में साधना कर चुके हैं, जिनमें 12 विदेशी भी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 घंटे लगाया था ध्यान
ध्यान गुफाओं में साधना के लिए ऑनलाइन बुकिंग की मांग बढ़ रही है, विशेष रूप से दूसरे चरण की यात्रा के दौरान इसकी मांग ज्यादा देखने को मिल रही है. प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर इन गुफाओं का निर्माण किया गया था और अब इन्हें शिव भक्ति और साधना का एक महत्वपूर्ण स्थान माना जा रहा है. इसके अलावा धाम में दो और गुफाएं बनाई गई हैं लेकिन इनका संचालन अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम पहुंचकर ध्यान गुफा में करीब 17 घंटे तक साधना की थी.
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FIRST PUBLISHED :
September 27, 2024, 01:36 IST